राजस्थान में सबसे पहले किस सीट का आएगा नतीजा और सबसे लेट कहां घोषित होगी जीत?

लोकसभा चुनाव 2024 की वोटिंग खत्म होने के बाद अब सभी की निगाहें नतीजे पर टिकी हुई हैं. 4 जून को मतगणना होगी, जिसे लेकर निर्वाचन आयोग ने सभी तरह की तैयारियां कर ली हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त नवदीप रिणवा ने रविवार को प्रेस कॉफ्रेंस करके बताया कि मंगलवार को यूपी में 75 जिलों के 81 मतगणना स्थलों पर सुबह 8 बजे से काउंटिंग शुरू होगी और विधानसभा क्षेत्रवार वोटों की गिनती की जाएगी. इसके बाद लोकसभा क्षेत्र में समाहित विधानसभा क्षेत्रों के परिणाम को जोड़कर लोकसभा क्षेत्रों का परिणाम घोषित किया जाएगा.

उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में सबसे कम पोलिंग बूथ कानपुर संसदीय सीट पर तो ज्यादा पोलिंग बूथ गाजियाबाद सीट पर थे. कानपुर लोकसभा सीट पर टोटल 1607 बूथ बनाए गए थे, जिसके चलते संभावना है कि नतीजे सबसे पहले यहीं घोषित होंगे. कानपुर सीट करीब पर 25 राउंड की काउंटिंग होगी. ऐसे में कानपुर सीट पर नतीजे सबसे पहले घोषित हो सकते हैं.

गाजियाबाद लोकसभा सीट पर सबसे ज्यादा वोटर्स

वहीं, उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद लोकसभा सीट पर सबसे ज्यादा वोटर्स हैं, जिसके चलते सबसे ज्यादा पोलिंग बूथ भी यहीं बनाए गए थे. इसीलिए यहां पर वोटों की गिनती भी लंबी चलेगी. गाजियाबाद की साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र में ही सिर्फ 1,127 बूथ हैं. गाजियाबाद लोकसभा सीट पर मतगणना 41 राउंड तक चलेगी. ऐसे में नतीजे भी सबसे बाद में आने की संभावना है. इस तरह से यूपी की जिन लोकसभा सीट पर कम पोलिंग बूथ थे, वहां नतीजे भी जल्दी आएंगे जबकि जहां पर पोलिंग बूथ ज्यादा थे, उन पर नतीजे भी देर से आएंगे.

UP में सुबह 8 बजे शुरू होगी काउंटिंग

यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि मंगलवार को सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती शुरू होगी. पोस्टल बैलट की गणना संबंधित सीट के मुख्यालय पर होगी, जहां निर्वाचन अधिकारी बैठते हैं. यहां पर सुबह 8 बजे पहले पोस्टल बैलट खुलेगा और उसके आधे घंटे के बाद ईवीएम की गिनती शुरू होगी. बाकी मतगणना केंद्रों पर सुबह 8 बजे से ही ईवीएम के वोटों गिनती शुरू हो जाएगी. उन्होंने बताया कि पोस्टल बैलट की गड्डी बनाते, उसे छांटने और वोटों की वैधता जांचने में समय लगता है. इसलिए आमतौर पर सुबह आने वाला पहला रुझान पोस्टल बैलेट का नहीं ईवीएम का ही होता है.

नवदीप रिणवा ने बताया कि आगरा, मेरठ, आजमगढ़, देवरिया, सीतापुर और कुशीनगर लोकसभा सीट पर दो मतगणना केंद्र बनाए गए हैं जबकि बाकी जिलों में एक-एक मतगणना केंद्र पर गिनती होगी. यूपी के 35 लोकसभा क्षेत्रों की गिनती एक ही जिलों में होगी जबकि 8 सीटें 3 और 37 सीटों का विस्तार 2 जिलों में होने के चलते उनकी गिनती दो-दो जिलों में चलेगी. मतगणना के लिए 179 प्रेक्षक तैनात किए गए हैं, जिसमें 15 प्रेक्षक को 1-1 विधानसभा क्षेत्र, 104 प्रेक्षक को 2-2 विधानसभा क्षेत्र और 60 को 3-3 विधानसभा क्षेत्र आवंटित किए गए हैं.

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