केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के फर्जी वीडियो मामले में दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने आरोपी कांग्रेस नेता अरुण रेड्डी को एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने रेड्डी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने की मांग की थी. अरुण रेड्डी की 3 दिनों की पुलिस कस्टडी खत्म होने के बाद आज कोर्ट में पेश किया गया था.
हालांकि, यह देखते हुए कि रेड्डी के वकील ने मामले में जमानत के लिए धारा 437 सीआरपीसी के तहत एक आवेदन दायर किया था, कोर्ट ने जांच अधिकारी को मामले में जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया. मामले की नियमित सुनवाई कर रही कोर्ट आरोपी की ओर से दायर जमानत याचिका पर सुनवाई करेगी. इसलिए आरोपी को एक दिन की नायिका हिरासत में भेजा गया है.
एक्स अकाउंट हैंडल करते थे अरुण
कांग्रेस नेता रेड्डी पर आरोप है कि उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री का एडिडेट वीडियो सोशल मीडिया पर सर्कुलेट करने के लिए स्पिरिट ऑफ कांग्रेस नाम से एक्स अकाउंट को हैंडल करते थे. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अरुण रेड्डी को 3 मई को दिल्ली से गिरफ्तार किया था. इससे पहले दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने फर्जी वीडियो को लेकर इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (आई4सी) की शिकायत पर रविवार को केस दर्ज किया था.
पुलिस ने तेलंगाना के CM को भी भेजा था नोटिस
दरअसल, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के भाषण से जुड़े एक वीडियो के साथ छेड़छाड़ कर उसे सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया गया था. वीडियो वायरल होने के बाद दिल्ली पुलिस ने आनन-फानन में केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की. सोशल मीडिया पर शेयर किए गए फर्जी वीडियो मामले में पुलिस ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को भी नोटिस भेजा था.
फर्जी वीडियो में क्या था?
दरअसल, सोशल मीडिया पर जो फर्जी वीडियो शेयर किया गया उसमें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को एससी-एसटी और ओबीसी आरक्षण को खत्म करने की बात करते हुए दिखाया गया था. बाद में जब वीडियो की जांच की गई तो दावा फर्जी निकला. इसके बाद पुलिस से शिकायत की गई और फिर वीडियो शेयर करने वालों की धर पकड़ शुरू हुई. पुलिस ने कई जगहों पर छापेमारी भी की थी.
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.