इंदौर। नाइट कल्चर निशाचरों के लिए है। इंदौर में निशाचर थोड़ी धार्मिक लोग रहते हैं। यह शहर शिव भक्त मां अहिल्या की नगरी है। नाइट कल्चर से हमारी संस्कृति और संस्कृति पर दुष्प्रभाव पड़ेगा। हमारी अस्मिता पर दाग लगेगा।अपराध बढ़ेगा। इससे पुलिस और सरकार का काम बढ़ेगा। इस तरह के अशोभनीय कार्यों पर रोक लगना चाहिए। यह बात युवा संत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने पत्रकारों से चर्चा में सोमवार को कही।
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी की नाम वापसी के सवाल पर कुछ भी कहने से इनकार किया। भारत हिंदू राष्ट्र कब तक बनेगा सवाल पर कहा कि अयोध्या में राम लला प्रतिष्ठा हो गए है, अब कृष्ण भी माखन-मिश्री खाएंगे बस देखते जाओ। सनातन धर्म हमेशा था और हमेशा रहेगा।
इंदौर में चल रहीं शास्त्री की कथा
गौरतलब है कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की इंदौर के कनकेश्वरी गरबा परिसर एमआर-9 लिंक रोड पर कथा चल रही है। कथा के दूसरे दिन शास्त्री ने लोगों को बच्चों की संगत पर ध्यान देने की बात कही। उन्होंने कहा कि सभी को ध्यान रखना है कि परिवार और मित्र की संगत किसके साथ है। पीने वालों के साथ संगत होगी होगी तो पीने की पार्टी में जाएगा और भागवत भक्तों की संगत होगी तो मंदिर जाएंगे। अपने बच्चों की संगत पर ध्यान रखो कि पार्टी वालों की संगत कर रहे है या हनुमान जी की पार्टी वालों की संगत कर रहे हैं।
महाकाल दर्शन कर बोले- प्राचीन परंपरा बरकरार रहे
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने आज भगवान महाकाल के दर्शन और अभिषेक किया। इस अवसर उन्होंने मीडिया से कहा कि उन्होंने महाकाल से सबके कल्याण की कामना की है। उनकी कामना है कि भारत हिंदू राष्ट्र बने और धर्म विरोधियों की ठठरी बंध जाए। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने यह भी कहा कि महाकाल मंदिर की प्राचीन परंपरा कायम रहनी चाहिये। इसी से संस्कृति जीवंत रहेगी।
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