वायनाड पहुंचे राहुल गांधी, हाथियों के हमले के पीड़ितों से की मुलाकात

कांग्रेस नेता और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र का दौरा किया और हाल ही में जंगली हाथियों के हमले के दो पीड़ितों के घर जाकर संवेदना व्यक्त की। राहुल गांधी अपने निर्वाचन क्षेत्र में मानव-पशु संघर्ष के समाधान की मांग कर रहे स्थानीय लोगों के उग्र होते विरोध के मद्देनजर वाराणसी में अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा को अचानक रोकने के बाद शनिवार रात पड़ोसी कन्नूर जिले में पहुंचे। कन्नूर से वह सड़क मार्ग से वायनाड के लिए रवाना हुए, इस दौरान उनके साथ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) महासचिव के.सी. वेणुगोपाल और अन्य स्थानीय नेता भी थे।

वह पीड़ित अजी (42) के घर पर 20 मिनट से अधिक समय तक रुके। अजी को पिछले हफ्ते वायनाड जिले के मननथावाड़ी इलाके में एक रेडियो कॉलर लगे हाथी ने कुचलकर मार डाला था, जिसके बाद बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था। अजी के परिजनों से मुलाकात के बाद वह वन विभाग के इको-टूरिज्म गाइड पॉल के आवास पर गए और वहां कुछ समय बिताया। इको-टूरिज्म गाइड पॉल को शक्रवार को कुरुवा द्वीप के पास एक जंगली हाथी ने मार डाला था। गांधी दोपहर में प्रयागराज रवाना होने से पहले कलपेट्टा में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) विश्राम गृह में जिले के अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक में भी भाग लेंगे।

क्षेत्र में जंगली जानवरों के बढ़ते हमलों के विरोध में विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा शनिवार को की गई हड़ताल के दौरान शनिवार को यहां हिंसा देखने को मिली थी। वायनाड में मानव-पशु संघर्ष के स्थायी समाधान की मांग को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा बुलाई गई हड़ताल के दौरान हुई हिंसा के संबंध में तीन मामले दर्ज किए गए हैं। पुलिस ने रविवार को बताया कि कई ज्ञात और अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ सार्वजनिक मार्ग में बाधा डालने, दंगा करने, गैरकानूनी सभा समेत अन्य आरोपों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। जंगली जानवरों के हमलों की बढ़ती संख्या के विरोध में सभी तीन प्रमुख राजनीतिक मोर्चों द्वारा जिलेव्यापी हड़ताल का आह्वान किया गया था।

हाल ही में वन विभाग के एक इको-टूरिज्म गाइड पॉल को कुरुवा द्वीप के पास एक जंगली हाथी ने मार डाला था, जिसके बाद प्रदर्शनकारी बड़ी संख्या में पॉल के शव के साथ पुलपल्ली शहर में एकत्र हुए और परिवार के लिए मुआवजे और मुद्दे के स्थायी समाधान की मांग की। विरोध प्रदर्शन के दौरान आंदोलनकारियों ने जिले के अधिकारियों और निर्वाचित प्रतिनिधियों पर बोतलें और प्लास्टिक की कुर्सियां फेंकना शुरू कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसमें कई लोग घायल हो गए। पॉल का अंतिम संस्कार शनिवार को एक स्थानीय चर्च में किया गया।

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