उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में बन रहे भव्य राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए हैदराबाद से 1265 किलो का लड्डू का प्रसाद अयोध्या पहुंचा है। इस लड्डू को तैयार करने वाले श्रीराम केटरिंग सर्विस के एन नागाभूषणम ने कहा कि भगवान ने मेरे परिवार और व्यापार को आशीर्वाद दिया है। मैंने प्रतिज्ञा की थी कि जब तक मैं जीवित हूं, प्रत्येक दिन एक किलो लड्डू बनाऊंगा। मैं भोजन प्रमाणपत्र भी लाया हूं। ये लड्डू एक महीने तक चल सकते हैं। 25 लोगों ने 3 दिन तक लड्डू तैयार किए।’
7 दिनों तक चलने वाले धार्मिक अनुष्ठान का आज 5वां दिन
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, भव्य राम मंदिर में 7 दिनों तक चलने वाले धार्मिक अनुष्ठान का आज 5वां दिन है। राम मंदिर गर्भग्रह में रामलला की मूर्ति को बुधवार को स्थापित कर दिया गया। आज गर्भग्रह को सरयू नदी के पानी से धोया जाएगा। जिसके बाद ‘वास्तु शांति’ और ‘अन्नाधिवास’ अनुष्ठान होंगे। वैदिक अनुष्ठानों के अनुसार, आकाश, जल, पृथ्वी, अग्नि और वायु से शांति प्राप्त करने के लिए ‘वास्तु शांति’ की जाती है, जिसका वास्तु शास्त्र में महत्व है। वास्तु शांति उन सभी दोषों को दूर करने के लिए किया जाता है, जो वास्तु पूजा (18 जनवरी को आयोजित) के बाद भी नए घर में रह सकते हैं।
रामलला की तस्वीर को लेकर हो रहा बवाल?
दरअसल, बीते शुक्रवार (19 जनवरी) से ही रामलला की प्रतिमा की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। वायरल तस्वीर में रामलला की आंखों पर पट्टी बंधी हुई है, लेकिन जो तस्वीरें वायरल हो रही हैं उसमें इस प्रतिमा की आंखों पर पट्टी नहीं बंधी है। इसे लेकर ही जांच की मांग की जा रही है। वहीं इस बात की लेकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि ‘प्राण प्रतिष्ठा पूरी होने से पहले भगवान राम की मूर्ति की आंखें नहीं खोली जा सकतीं। जिस मूर्ति में भगवान राम की आंखें दिखाई दे रही है, वह असली मूर्ति नहीं है। अगर आंखें देखी जा सकती हैं तो आंखें किसने दिखाईं और मूर्ति की तस्वीरें कैसे वायरल हो रही हैं, इसकी जांच होनी चाहिए।
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