मौसम की बेरुखी देखकर इंदौर के किसानों ने चने की फसल से बनाई दूरी

इंदौर। इंदौर जिले में रबी सीजन में फसलों की बोवाई पूरी हो चुकी है। वर्ष 2023-24 में तय लक्ष्य की अपेक्षा 99.29 प्रतिशत बोवनी पूरी हो चुकी है। सीजन की शुरुआत से ही मौसम लगातार खराब हो रहा है। मौसम की बेरुखी देखकर किसानों ने चने की फसल से दूरी बना ली है। जिले में 4595 हेक्टेयर में चने की फसल गत वर्ष की अपेक्षा कम बोई गई। इंदौर से प्रेम जाट की रिपोर्ट…

जिले में वर्ष 2023-24 में रबी सीजन में 2 लाख 47 हजार 717 हेक्टेयर में बोवनी का लक्ष्य रखा गया था। अब तक 2 लाख 45 हजार 969 हेक्टेयर में फसल बोई जा चुकी है। गत वर्ष जिले में 2 लाख 47 हजार 214 हेक्टेयर में फसल बोई गई थी। इस बार 1245 हेक्टेयर में बोवनी का रकबा कम हुआ है। इस वर्ष जिले में चने की फसल 10125 हेक्टेयर में बोई गई, जबकि गत वर्ष चने की फसल 14720 हेक्टेयर में बोई गई थी। उप संचालक कृषि शिव सिंह राजपूत का कहना है आलू की फसल निकल रही है, इसके बाद किसान गेहूं-चने की फसल की बोवनी करेंगे, इसलिए लक्ष्य का शत-प्रतिशत बोवनी का लक्ष्य पूरा हो जाएगा।

गेहूं का बढ़ा रकबा

लगातार हो रहे खराब मौसम और बादलों को देखकर किसानों ने गेहूं की फसल अधिक बोई है। इंदौर जिले में 2023-24 के रबी सीजन में 1 लाख 92 हजार 545 हेक्टेयर में गेहूं की फसल बोई गई है। गत वर्ष 2022-23 के रबी सीजन में 1 लाख 88 हजार 319 हेक्टेयर में गेहूं बोया गया था। इस बार 4226 हेक्टेयर में रकबा गेहूं की फसल का बढ़ा है।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.