प्रयागराज: संगम नगरी में दीवाली के बाद आबोहवा हुई खराब, करोड़ों में बिके पटाखे ने वायु प्रदूषण में किया इजाफा

प्रयागराज:  एक तरफ़ जहां दिल्ली एनसीआर में स्मॉग के चलते लोग परेशान है तो दूसरी तरफ दिवाली के बाद प्रयागराज की हवा भी लोगों को परेशान कर रही है। दिवाली के दूसरे दिन स्मॉग ने जिले को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। संगम नगरी प्रयागराज को सुबह से ही धुएं और धुंध ने चारो तरफ से घेरे रखा। हालांकि अब लोगो को इस बात की चिंता है की कही दिल्ली एनसीआर जैसे हालात यहाँ भी न हो जाये। स्थानीय लोगों को अब सांस लेने में तकलीफ भी होने लगी है।

दिवाली के दूसरे दिन प्रयागराज जिले वासियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली एनसीआर के बाद अब प्रयागराज की भी आबोहवा खराब हो रही है पूरा शहर एक अजीब सी धुंध से घिर गया है ,हर तरफ धूल और धुएं का गुबार छा गया है लोग भी इस तरह की धुंध को देखकर हैरान है। लोगों ने अचानक हुए इस स्मोग से आखो में जलन साँस लेने में परेशानी जैसी भी शिकायत की है। धीरे धीरे अब प्रयागराज की हवा भी ज़हरीली होने लगी है, प्रयागराज की हवाओ से लोगो मे दिक्कतें होना शुरू हो गयी है। स्थानीय निवासी रंजीव निषाद और दीपक कुमार जो पेशे से शिक्षक है उनका कहना है कि अगर वो मुंह को ढक कर न चले तो जल्द ही हिरदय रोग के रोगी बन जाये, बढ़ते पॉल्युशन में सबसे ज़्यादा दिक्कतें बच्चो या फिर बुजुर्गों को हो रही है। दिवाली के दूसरे दिन पटाखे से फैले  धुएं ने वातावरण को प्रदूषित तो किया ही है साथ ही साथ धुंध में भी तब्दील किया है।

इस धुंध को देख कर डॉक्टर भी इससे बचने की सलाह दे रहे है ,इस तरह से साँस ,दमा ,फेफड़े का कैंसर आदि हो सकते है और इंसानी शरीर पर इस स्मोग का बुरा असर पड़ सकता है। प्रयागराज के मशहूर हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ डी एन केसरवानी का कहना है कि कुछ दिनों तक लोगों को अपनी सेहत का ख्याल रखना होगा ,चेहरे को ढक कर निकले, हो सके तो एक बार फिर से कोरोना मास्क को पहनना शुरू कर दे। इस बीच आंखों में जलन हो सकती है इसलिए बीच-बीच में ठंडे पानी से आंखों को भी धुलते रहे।

गौरतलब है कि बीते कई वर्षों से दिवाली के दौरान लोगों को सांस लेने में दिक्कत होनी शुरू हुई है ,ऐसे में इस बात का ख्याल रखना बेहद जरूरी है कि हृदय से जुड़ी समस्या ना हो इसके लिए डॉक्टर के बताएं निर्देशों का पालन करना ही होगा।

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