राष्ट्र चंडिका न्यूज़, (अमर नोरिया) भारतीय जनता पार्टी द्वारा विधानसभा चुनाव में प्रदेश में अपने केंद्रीय मंत्रियों को बतौर विधायक चुनाव मैदान में उतारा है ऐसे में आम जनता की राय है कि अगर इन केंद्रीय मंत्रियों ने अपने-अपने क्षेत्र में केंद्रीय मंत्री रहते हुए कुछ काम किए हैं तो पहले वह केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दें और फिर सामान्य भाजपा उम्मीदवार के तौर पर जनता के बीच आयें और अपने कार्यों के आधार पर वोट मांगे । क्योंकि विधायक पद के लिए वह जिस तरह से जनता के बीच जाएं तो वह केवल अपने राजनीतिक दल के उम्मीदवार के रूप में जाएं । केंद्रीय मंत्री रहते हुए चुनाव में इस तरह का उनका आना कहीं ना कहीं निष्पक्ष मतदान करने में प्रभावित करेगा ।