देहरादून। उत्तराखंड में जोशीमठ के बाद अब विख्यात तीर्थ स्थल बद्रीनाथ धाम के सिंहद्वार में भी दरार आ गई है। इसकों लेकर प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। कुछ दिनों पहले देखी गईं इन दरारों के बारे में लोगों को नहीं बताया गया था। शुरुआत में ऐसी संभावना थी कि दरारें भूधंसाव के कारण हो सकती हैं।
खबरों के अनुसार, अधिकारियों ने टीम भेजकर ग्राउंड सर्वे किया। जिसमें पाया गया कि मंदिर के द्वार पर पड़ी इन दरारो की वजह बारिश और अन्य पर्यावरण से जुड़े फैक्टर हैं। अधीक्षण पुरातत्वविद् (देहरादून सर्कल) मनोज सक्सेना ने टीओआई को बताया, ‘सिंह द्वार की भीतरी दीवार में छोटी दरारें और उभार आए हैं। हमारी टीम ने दीवार पर पत्थरों को जोड़ने वाले लोहे के क्लैंप को तांबे के क्लैंप से बदलकर मरम्मत शुरू कर दी है।’
सिंहद्वार की अंदरूनी दीवार पर छोटे क्रैक पड़े हुए हैं। पुरातत्व विभाग की टीम ने रिपेयरिंग शुरू कर दी है। पत्थरों को आपस में जोड़े रखने के लिए इस्तेमाल किए गए आयरन क्लैम्पस को कॉपर क्लैम्पस से बदला जा रहा है। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि बद्रीनाथ की दीवार पर मामूली सी दरार है जो जमीन के खिसकाव की वजह से पड़ी है। हम इस पर नजर रख रहे हैं।
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