शिवसेना (यूटीबी) के सांसद अरविंद सावंत ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता शरद पवार को उस कार्यक्रम में शिरकत करने के अपने फैसले पर पुन: विचार करना चाहिए जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। पवार का एक अगस्त को पुणे में लोकमान्य तिलक स्मारक मंदिर ट्रस्ट द्वारा आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने का कार्यक्रम है, जहां वह प्रधानमंत्री मोदी के साथ मंच साझा करेंगे।
विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में शामिल विभिन्न दलों के नेताओं ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा है कि यह गठबंधन के लिए ठीक नहीं होगा। कुछ नेताओं ने कार्यक्रम में शामिल होने के फैसले पर इसलिए भी सवाल उठाया है क्योंकि उनके भतीजे अजित पवार विद्रोह करके महाराष्ट्र की भाजपा-शिवसेना सरकार में शामिल हो गए हैं।
सावंत ने कहा कि तिलक ने ‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है’ का नारा दिया था। लेकिन “क्या आज स्वराज है?” आज के हालात में उन्हें (पवार को) सोचना चाहिए..यह स्व-राज यानी एक व्यक्ति का राज है।” सावंत ने कहा कि पवार को अपने फैसले पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा, “उनकी पार्टी (भाजपा) के नेता संविधान को तबाह कर रहे हैं, उन्हें (पवार को) वहां नहीं जाना चाहिए।”
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