इंदौर। बिजली के भारी-भरकम बिलों से परेशान लोगों के लिए राहत की खबर है। हालांकि राहत भी बहुत थोड़ी मिल रही है। मप्र पावर मैनेजमेंट कंपनी ने 24 जुलाई से एफपीपीएएस यानी बिजली खरीदी व ईंधन लागत सरचार्ज में कमी की है। इसे लगभग आधा कर दिया गया है। तीन महीने के लिए यह दर तक की गई है। हालांकि इससे उपभोक्ताओं को बहुत थोड़ा सा ही फर्क देखने को मिलेगा।
अभी तक एफपीपीएएस की दर 6.16 प्रतिशत लागू थी। 24 जुलाई से इसे घटाकर 3.15 प्रतिशत कर दिया गया है। मप्र पावर मैनेजमेंट कंपनी ने नए शुल्क की घोषणा की है। प्रदेश की तीनों बिजली वितरण कंपनियों के बिलों में यह लागू होगा।
इससे बिजली बिलों में कितना फर्क पड़ेगा, इस पर पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के जनसंपर्क अधिकारी अवधेश शर्मा ने कहा कि नए निर्धारण के बाद 200 यूनिट बिजली खपत वाले उपभोक्ता का घरेलू बिल जो पहले करीब 1621 रुपये का होता था वह आने वाले बिलिंग सायकल में 1589 रुपये का होगा। नई दरें तत्काल प्रभाव से लागू भी कर दी गई है। साफ है कि प्रत्येक 100 यूनिट पर करीब 15 रुपये का फर्क नजर आ रहा है।
हालांकि 100 यूनिट तक खपत वाले उपभोक्ताओं को शासन की 1 रुपये यूनिट वाली बिजली योजना का लाभ भी मिल रहा है। ऐसे में ज्यादा खपत वाले उपभोक्ताओं को फ्यूल सरचार्ज में कमी से अब राहत की उम्मीद दिख रही है। तीन महीने के लिए नई दरें लागू की गई है।
एमडी ने किया दौरा
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने मंगलवार को खरगोन जिले का दौरा किया। उन्होंने गेरूबेड़ी और आम्बा ग्राम में आरडीएसएस के तहत बन रहे 33/11 केवी के नए ग्रिडों के कार्यस्थलों का निरीक्षण किया। दोनों स्थानों के ग्रिडों का कार्य समय पर एवं गुणवत्ता से करने के लिए संबंधित एजेंसी एवं बिजली अधिकारियों को निर्देशित किया।
उन्होंने बताया कि उपरोक्त ग्रिडों से हजारों उपभोक्ताओं को पहले और ज्यादा गुणवत्ता से बिजली आपूर्ति हो सकेगी। तोमर ने ठिबगांव में मीटराइजेशन की स्थिति देखी, खराब एवं बंद मीटरों को समय पर बदलने के लिए कहा।
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