ग्वालियर । मानसून की ट्रफ लाइन दक्षिण-पूर्व में होने के कारण शहर पिछले सात दिन से सूखा है। छिटपुट बूंदाबांदी छोड़ दी जाए तो सावन के महीने में लोग बारिश के लिए तरस रहे हैं। रविवार को भी कमोवेश यही स्थिति रही। आसमान साफ रहने से तेज धूप खिली, तो वहीं घरों में लोगों को उमस ने परेशान कर दिया। हालांकि दक्षिण-पूर्वी हवाओं की वजह से तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे के दौरान भी उमस परेशान करेगी, लेकिन इस अवधि में मानसून की ट्रफ लाइन के उत्तर की ओर आने की उम्मीद है। इससे शहर में मंगलवार से हल्की से मध्यम वर्षा का सिलसिला शुरू हो सकता है।
एक सप्ताह से बादलों की आवाजाही तो है, लेकिन वर्षा नहीं हो रही। तापमान 35 से 38 डिग्री सेल्सियस के आसपास है, जो सामान्य से अधिक है। उमसभरी गर्मी से परेशान लोग राहत के लिए बारिश की उम्मीद में बैठे हैं। रविवार को भी आसमान में बादलों की आवाजाही बनी रही। स्थानीय मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार शनिवार की तुलना में रविवार को अधिकतम तापमान 0.7 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 35.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह औसत से 2.0 डिसे अधिक है। न्यूनतम तापमान भी 1.4 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 26.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह औसत से 0.9 डिग्री सेल्सियस अधिक है। मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण-पूर्व विदर्भ और दक्षिण छत्तीसगढ़ में चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। दक्षिण-पश्चिमी मध्यप्रदेश में चक्रवाती घेरा मौजूद है, जो दक्षिण-पूर्वी राजस्थान और उत्तर-पूर्वी गुजरात तक फैला हुआ है। मानसून ट्रफ लाइन इंदौर, सिवनी होते हुए दक्षिण-पूर्व की ओर है। अगले 24 से घंटे में मानसून ट्रफ उत्तर की ओर आने की उम्मीद है। बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती परिसंचरण अगले 24 घंटे में कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होने की संभावना है। इन सिस्टम के प्रभाव से मंगलवार से वर्षा का सिलसिला शुरू हो सकता है। हालांकि अगले 24 घंटे के दौरान भी स्थानीय प्रभाव से बूंदाबांदी से लेकर हल्की वर्षा की संभावना है।
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