ग्वालियर. मानसून में होने वाली उमस काफी परेशानियों का सबब बन जाती है। आइली स्किन और उससे होने वाले पिंपल्स जहां एक ओर स्किन प्रोब्लम्स पैदा करते हैं, वहीं दूसरी ओर इस मौसम में खानपान में होने वाली अनियमितता को लेकर भी तमाम परेशानियां होती हैं। सरल शब्दों में समझा जाए तो मानसून में लोगों को खुद का खास ख्याल रखने की जरूरत है। 24 जुलाई को इंटरनेशनल सेल्फ केयर-डे पर नईदुनिया ने विशेषज्ञों से बात कर जाना कि किस तरह से इस मौसम में अपना ख्याल रखना है। बरसात और उमस के बीच में किस तरह से अपने खानपान का ख्याल रखकर खुद को एनर्जेटिक और हाइड्रेट रखना है, इसके बारे में हमने डा़ एनएच शर्मा से परामर्श लिया। डा़ शर्मा ने हमें इस मौसम में अपने आहार में कुछ विशेष चीजों को शामिल करने की सलाह दी है।
खीरा नियमित खाएं
वैसे तो खीरे को आमतौर पर सलाद के रूप में खाया जाता है पर इस मौसम में इसे अपने आहार का मुख्य हिस्सा बनाना चाहिए। इसमें पानी और विटामिन्स की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। इसलिए उमस से डील करने के लिए यह बहुत अव्छा विकल्प है।
बरसात में त्वचा का भी रखें ध्यान
जहां बात बरसात और उमस के मौसम की आती है वहां पर सबसे पहले और सबसे ज्यादा परेशान करने वाली चीजों में शामिल होती है त्वचा संबंधित समस्याएं। उसमें भी खासकर वह लोग जिनकी स्किन आइली है। इस बारे में त्वचा रोग विशेषज्ञ डा़ मनीष बाथम ने बरसात के मौसम में कुछ विशेष सावधानियां बरतने की सलाह दी है।
चेहरे को रखें साफ
चेहरे को साफ रखना बेहद जरूरी होता है। ऐसे में आप दिन में दो बार चेहरा जरूर साफ करें। चेहरा धोने के लिए नीम फेस वाश और ग्रीन टी फेस वाश का उपयोग करें।
गुलाब जल से मिलेगा ग्लो
चेहरे की त्वचा के लिए गुलाब जल एक ऐसा टोनर है जो चेहरे को नेचुरल ग्लो देता है। अब बारिश के मौसम में फेस क्रीम लगाने के स्थान पर गुलाब जल का उपयोग करें।
लो फैट दूध पिएं
मानसून में उमस से बचने के लिए शरीर में वाटर लेवल मेंटेन रहे यह बहुत जरूरी है। ऐसे में फैट वाले दूध को पीने से बचें, लो फैट दूध का सेवन करना इस मौसम में ठीक रहता है। यह इलेक्ट्रोलाइट और प्रोटीन लेवल को बढ़ाता है, जिससे शरीर में एनर्जी भी बनी रहती है और पानी की कमी की भरपाई हो जाती है।
सूप का सेवन करें
सूप कोई भी हो हाट और फ्रेश सूप स्टार्च व प्रोटीन से भरपूर होता है। इसके सेवन से बाडी में पोषक तत्वों को भी बनाए रखता है। साथ ही एनर्जी लेवल भी बना रहता है। उमसभरी गर्मी से छुटकारा पाने के लिए सूप काफी अच्छा विकल्प है। आप चाहें तो डाइट में काटेज चीज को भी शामिल कर सकते हैं, यह मेटाबालिज्म को इंप्रूव करता है।
भोजन में दही जरूरी
दिन के भोजन में दही को शामिल करना ही चाहिए। दही के सेवन से इस मौसम में पेट संबंधित समस्याओं से काफी राहत मिलती है। बारिश के दौरान होने वाली पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने मे दही रामबाण की तरह काम करता है।
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