केतु एक मायावी ग्रह है। जिस पर किसी राशि का स्वामित्व नहीं है। केतु को मंगल की तरह लाभकारी माना जाता है। यदि जन्म कुंडली में केतु की स्थिति अच्छी है तो जातक को अच्छे परिणाम मिलते हैं। अगर केतु की स्थिति खराब हो तो व्यक्ति पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ता है।
ज्योतिष शास्त्र में केतु को छाया माना गया है। अन्य ग्रहों की तरह केतु का गोचर भी महत्वपूर्ण है। 30 अक्टूबर 2023 को दोपहर 02.14 बजे तुला राशि को छोड़कर कन्या राशि में प्रवेश करेगा। केतु के कन्या राशि में प्रवेश करते ही कई राशि वालों का भाग्य चमकने लगेगा। उन्हें सफलता मिलना शुरू हो जाएगी।
मेष राशि
केतु आपकी राशि से छठे भाव में गोचर करने जा रहा है। इस भाव से रोग, द्वेष और दुश्मन का विचार किया जाता है। केतु इस भाव में बैठकर आपके दशम, द्वादश और धन भाव पर दृष्टि डालेगा। केतु के गोचर के बाद आपका दांपत्य जीवन मधुर होगा। शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी।
कर्क राशि
केतु कर्क राशि के तीसरे भाव में प्रवेश करेगा। इस भाव में स्थिति होने पर केतु आपके 7वें, 9वें और 11वें भाव पर दृष्टि डालेगा। छाया ग्रह का गोचर भाइयों के साथ संबंधों को मजबूत करेगा। संपत्ति को लेकर चल रहा विवाद खत्म होगा। कार्यक्षेत्र में आपके विरोधियों की हार होगी।
वृश्चिक राशि
केतु का गोचर वृश्चिक राशि से 11वें भाव में होने जा रहा है, जो मित्रों और धन से जुड़ा है। इसके फलस्वरूप रुके हुए काम पूरे होंगे। धन लाभ भी होगा। शिक्षा से जुड़े जातकों को सफलता मिलेगी। मन में जो इच्छाएं आपने पाल कर रखी थीं, वे पूरी होने का समय आ गया है।
डिसक्लेमर
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