उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर से सोमवार को श्रावण मास में भगवान महाकाल की दूसरी सवारी निकलेगी। महाकाल की दूसरी सवारी में भी बड़ी संख्या में भक्तों का सैलाब उमड़ने की उम्मीद है।
चंद्रमौलेश्वर और मनमहेश रूप में भक्तों को दर्शन देंगे
सवारी में भक्तों को भगवान महाकाल के दो रूपों में दर्शन होंगे। अवंतिकानाथ चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर व हाथी पर मनमहेश रूप में सवार होकर भक्तों को दर्शन देने निकलेंगे।
शाम चार बजे होगी सवारी की शुरुआत
महाकाल मंदिर से शाम चार बजे शाही ठाठ-बाट के साथ सवारी शुरू होगी। निर्धारित मार्गों से होकर भगवान की पालकी मोक्षदायिनी शिप्रा के रामघाट पहुंचेगी।
सोमवती अमावस्या भी
यहां पुजारी शिप्रा जल से भगवान का अभिषेक कर पूजा-अर्चना करेंगे। पूजन पश्चात सवारी पुन: मंदिर के लिए रवाना होगी। सोमवार को सोमवती अमावस्या का महापर्व भी है। सुबह शिप्रा व सोमतीर्थ स्थित सोमकुंड में पर्व स्नान होगा।
अधिकारियों के अनुसार भगवान महाकाल की सवारी के लिए सभी इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के उज्जैन पहुंचने की संभावना को देखते हुए भी प्रबंध किए गए हैं।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.