भोपाल। ग्रहों के राजा सूर्य 16 जुलाई की रात्रि 10:56 पर मिथुन राशि की यात्रा समाप्त करके दक्षिणायन की पहली राशि कर्क में प्रवेश कर रहे हैं। इस राशि पर ये 17 अगस्त की सुबह 07:22 तक गोचर करेंगे। इसके बाद अपनी स्वयं की राशि सिंह में प्रवेश करेंगे। पंडित विष्णु राजौरिया और पंडित रामजीवन दुबे ने बताया कि कर्क राशि में इनके प्रवेश का विभिन्न राशियों के जातकों पर कैसा प्रभाव रहेगा।
मेष : राशि से चतुर्थ सुखभाव में गोचर करते हुए सूर्य का प्रभाव कई तरह के अप्रत्याशित फल प्रदान करेगा। कहीं न कहीं पारिवारिक कलह तथा मानसिक अशांति का सामना भी करना पड़ सकता है। मित्रों तथा संबंधियों से अप्रिय समाचार प्राप्ति के योग। माता के स्वास्थ्य के प्रति भी चिंतनशील रहें।
वृषभ : राशि से तृतीय पराक्रम भाव में गोचर करते हुए सूर्य का प्रभाव आपके लिए वरदान की तरह है। साहस और पराक्रम की वृद्धि तो होगी ही लिए गए निर्णय और किए गए कार्यों में सराहना भी होगी। सामाजिक पद-प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी। अपनी ऊर्जाशक्ति का पूर्ण उपयोग करते हुए कार्य करेंगे तो अधिक सफल रहेंगे। परिवार में छोटे भाइयों से मतभेद बढऩे न दें।
मिथुन : राशि से द्वितीय धन भाव में गोचर करते हुए सूर्य मिला-जुला फल प्रदान करेंगे। स्वास्थ्य विशेषकर के नेत्र संबंधी विकार से सावधान रहना होगा। अपनी जिद एवं आवेश पर नियंत्रण रखें। झगड़े विवादों से दूर रहें और कोर्ट कचहरी से संबंधित मामले भी बाहर ही सुलझाएं।
कर्क : आपकी राशि में गोचर करते हुए सूर्य का प्रभाव बेहतरीन फल प्रदान करेगा यद्यपि, स्वास्थ्य की दृष्टि से कहीं न कहीं शारीरिक पीड़ा का सामना करना पड़ सकता है। शरीर में विटामिंस की कमी न होने दें। शासन सत्ता का पूर्ण सहयोग मिलेगा। समाज के संभ्रांत लोगों से मेलजोल बढ़ेगा।
सिंह : राशि से बारहवें व्यय भाव में गोचर करते हुए सूर्य का प्रभाव बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता। अत्यधिक भागदौड़ का सामना करना पड़ेगा जिसके फलस्वरूप आर्थिक तंगी का सामना भी करना पड़ सकता है। माता-पिता के स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों को परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए और प्रयास करने होंगे।
कन्या : राशि से एकादश लाभ भाव में गोचर करते हुए सूर्य का प्रभाव बेहतरीन सफलता दिलाएगा। आय के साधन बढ़ेंगे। लिए गए निर्णय और किए गए कार्यों की सराहना तो होगी ही साथ ही कोई भी बड़े से बड़ा कार्य आरंभ करना चाहें अथवा किसी नए अनुबंध पर हस्ताक्षर करना चाहें तो उस दृष्टि से भी ग्रह-गोचर अनुकूल रहेगा। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी।
तुला : राशि से दशम कर्मभाव में गोचर करते हुए सूर्य बेहतरीन सफलता दिलाएंगे। सोची समझी सभी रणनीतियां कारगर सिद्ध होंगी। चुनाव से संबंधित किसी भी क्षेत्र में अपनी किस्मत आजमाना चाहें तो उसे दृष्टि से भी ग्रह गोचर अनुकूल रहेगा।
वृश्चिक : राशि से नवम भाग्य भाव में गोचर करते हुए सूर्य का प्रभाव कई मायनों में अच्छी सफलता दिलाएगा। भाग्य वृद्धि तो होगी ही धर्म और अध्यात्म में भी रूचि बढ़ेगी। किसी नए अनुबंध पर हस्ताक्षर करना चाह रहे हों तो ग्रह गोचर अनुकूल है।
धनु : राशि से अष्टम आयु भाव में गोचर करते हुए सूर्य का प्रभाव अप्रत्याशित रहेगा। जमीन-जायदाद अथवा पैतृक संपत्ति से संबंधित मामले हल होंगे। मान सम्मान तथा पद-प्रतिष्ठा की वृद्धि तो होगी किंतु स्वास्थ्य के प्रति विपरीत प्रभाव पड़ेगा। अग्नि,विष तथा दवाओं के रिएक्शन से बचें।
मकर : राशि से सप्तम दाम्पत्य भाव में गोचर करते हुए सूर्य वैवाहिक मामलों में अड़चनें पैदा कर सकते हैं। ससुराल पक्ष से भी मतभेद बढऩे न दें। कार्य व्यापार की दृष्टि से ग्रह-गोचर उत्तम रहेगा। झगड़े विवाद तथा कोर्ट कचहरी से संबंधित मामलों में भी निर्णय आपके पक्ष में आने के संकेत।
कुंभ : राशि से छठे शत्रु भाव में गोचर करते हुए सूर्य का प्रभाव आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है किंतु कुछ मामलों में सावधानी बरतें। कार्य व्यापार में उन्नति तो होगी ही लिए गए निर्णय और किए गए कार्यों की सराहना भी होगी। विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों को परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए और प्रयास करने होंगे।
मीन : राशि से पंचम विद्या भाव में गोचर करते हुए सूर्य कई तरह के अप्रत्याशित परिणाम दिलाएंगे। आध्यात्मिक उन्नति तो होगी ही समाज में मान-सम्मान भी बढ़ेगा। आय के साधन बढ़ेंगे और काफी दिनों का दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद। परिवार के वरिष्ठ सदस्यों तथा बड़े भाइयों से भी सहयोग के योग।
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