जबलपुर । स्टेट जीएसटी ने इस बार कार्रवाई के रिकार्ड तोड़ दिए हैं। एक के बाद एक व्यापारियों के यहां छापेमारी कर बड़ी मात्रा में जीएसटी चोरी पकड़ रहे हैं। दो दिन पूर्व स्टेट जीएसटी की विंग एक द्वारा जबलपुर के महानद्दा में सेनेटरी वेयर और टाइल्स कारोबारी कैलाश चावला के शो रूम और गोदामों में छापा मारा। यहां पर अधिकारियों ने मौके से दस्तावेजों को खंगाला। इस दौरान बैंक खाते, रिटर्न के अलावा लेन-देन से जुड़े सभी दस्तावेजों की जांच की, जिसमें बड़ी मात्रा में जीएसटी चोरी करने की बात सामने आई है। व्यापारी द्वारा ग्राहक को कच्चा बिल दिया जाता था और रिकार्ड में गलत जानकारी दर्ज की जाती। इस दौरान व्यापारी द्वारा खरीदे गए माल और बेचे गए माल में भी अंत मिला है। वहीं स्टाक में भी गड़बड़ी सामने आई है।
गोदामों की सामग्री के रिकार्ड नहीं
जीएसटी टीम ने छापेमारी के बार अपनी कार्रवाई शुक्रवार को भी जारी रखी। जांच में सामने आया कि गोदामों में रखी भारी सामग्री में अधिकांश का रिकार्ड ही नहीं है। इससे जुड़े अन्य दस्तावेजों की जांच देर रात तक की गई। जीएसटी के अधिकारियों का कहना है कि कार्रवाई पूरी होने के बाद ही जीएसटी चोरी का सही अनुमान लगाया जा सकेंगे।
साफ्टवेयर और अनुभवियों की मदद से पड़ी गड़बड़ी
स्टेट जीएसटी की ऑडिट विंग ने ज्वाइंट कमिश्नर रविमोहन पटेल के नेतृत्व में कार्रवाई शुरू की थी। सेेनेटरी और टाइल्स के बड़े कारोबारी के महानद्दा मदन महल स्स्थित विजय सेल्स नामक शो रूम में जांच की कार्रवाई चलती रही। कारोबारी के 5 गोदाम भी बायपास, गुप्तेश्वर, हाथीताल, महानद्दा और मदन महल में हैं। इन पर भी एक साथ छापा मारा गया था। इसके लिए करीब 3 दर्जन अधिकारियों की टीम बनाई गई थी। राज्यकर अधिकारी अरविंद खटीक ने बताया िक जितने भी दस्तावेज जब्त िकए गए थे उन सभी का मिलान िकया जा रहा है और देर रात तक कार्रवाई पूरी होने की संभावना है। दरअसल अब तक की कार्रवाई में जीएसटी को व्यापारी द्वारा दिए गए रिटर्न में ही बड़ी संख्या में गड़बड़ी मिल रही है। सूत्रों के हवाले स्टेट जीएसटी विभाग, अनुभवियों और साफ्टवेयर की मदद से रिटर्न की गड़बड़ी पकडा रहा है। इस दौरान ही जबलपुर समेत कटनी, शहडोल, सतना, रीवा कई जिलों में जीएसटी की कार्रवाई लगातार जारी है।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.