सीहोर। पशुओं में दिन ब दिन लंपी रोग का असर बढ़ता जा रहा है। शहर में मंडराते बेसहारा पशुओं में लंपी बीमारी के लक्षणों को बढ़ता देख पशु चिकित्सा विभाग भी सतर्क हो गया है। विभाग पीड़ित पशुओं को टीका लगाकर शहर के बाहर क्वारेंटाइन करने का दावा कर रहा है।
पशु चिकित्सा अधिकारी की मानें तो पांचों ब्लॉक में लंपी रोग के प्रकरण सामने आए हैं, उनमें सीहोर में 19 और भेरूंदा में चार प्रकरण मिले हैं। विभाग हर वार्ड में तीन दिन तक अभियान चलाएगा। इस दौरान जो पशु बीमार हैं, उन्हें नपा के सहयोग से शहर के बाहर क्वारेंटाइन किया जाएगा। शहर के प्रत्येक वार्ड में लगे अमले ने 794 पशुओं का टीकाकरण किया है।
एक पखवाड़े पूर्व पशुओं में लंपी वायरस के लक्षण दिखने लगे थे, लेकिन पशु विभाग ने शुरुआती दौर में इस बीमारी को गंभीरता से नहीं लिया। नतीजतन दिनों दिन लंपी वायरस का प्रकोप बढ़ने लगा और अब आलम यह है कि लंपी रोग से ग्रसित पशुओं की संख्या काफी अधिक हो गई है।
लंपी वायरल के लक्षण
बताया जाता है कि यह बीमारी एक संक्रामक रोग विषाणु जनित बीमारी है, जो गोवंशीय और महिषवंशीय पशुओं में पाई जाती है। इस रोग का फैलाव पशुओं में मक्खी, चिचड़ी और मच्छरों के काटने से होता है। इस बीमारी से संक्रमित पशुओं में हल्का बुखार हो जाता है। पूरे शरीर पर जगह-जगह गांठे उभर आती हैं और फिर उसकी मौत हो जाती है।
टीम घर-घर जाकर कर रही टीकाकरण
23 लंपी रोग से ग्रसित पशु मिलने पर जिला पशु विभाग ने तीन दिवसीय अभियान चलाया है, जिसमें शहर के 35 वार्ड में घर-घर दस्तक दी जा रही है। एक टीम को दो वार्ड का जिम्मा सौंपा है, जिसमें एक डॉक्टर, एक सहायक पशुचिकित्सा अधिकारी, एक चतुर्थश्रेणी कर्मचारी, मैत्री व नपा कर्मचारी शामिल हैं, जो पशुओं की सूची अनुसार घर-घर जाकर टीकाकरण कर रहे हैं। वहीं एक अन्य टीम सड़क पर पाएं जाने वाले पशु को टीका लगा रही है। इसके साथ ही दो दिन बाद बेसहारा मवेशी को पकड़कर गोशालाओं में भेजा जाएगा।
बजरंग दल कर रहा इलाज
बीते एक पखवाड़े की बात की जाए तो जिला मुख्यालय पर सौ से अधिक मवेशियों में लंपी वायरस का संक्रमण देखने को मिला है। शुरुआती दौर में पशु चिकित्सा विभाग द्वारा लंपी को हलके में लिया गया तो बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने खुद बीमार पशुओं का इलाज शुरू कर दिया। वर्तमान में भी बजरंग दल के कार्यकर्ता अनेक मवेशियों का इलाज कर रहे हैं और जो अधिक ग्रसित है, उसे पशु अस्पताल भेज रहे हैं। अब पशु चिकित्सा विभाग भी सक्रिय हो गया है और लंपी रोग से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाना शुरू कर दिया है।
टीम कर रही टीकाकरण
पशुओं में लंपी वायरस के लक्षण दिखने के बाद हम सभी आवश्यक कदम उठा रहे हैं। जिले के सभी ब्लॉकों में टीम तैनात की है। नपा की सूची के आधार पर घर-घर जाकर सर्वे कर रहे हैं। बीमार पशुओं को टीके लगाए जा रहे हैं और उन्हें गोशालाओं में छोड़ा जा रहा है।
डा. एकेएस भदौरिया, जिला पशु चिकित्सा अधिकारी
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