उज्जैन में महाकाल की सवारी के लिए लगी 1500 पुलिस जवानों की ड्यूटी

उज्जैन। सावन व भादौ मास में निकलने वाली बाबा श्री महाकालेश्वर की सवारी को लेकर पुलिस के पुख्ता इंतजाम रहेंगे। करीब 1500 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को सुरक्षा में तैनात किया जाएगा। ड्रोन व सीसीटीवी कैमरों की मदद से भीड़ पर नजर रखी जाएगी। पहली बार सवारी मार्ग की गलियों में बैरिकेडिंग कर लोगों को अंदर ही रखा जाएगा। पुलिस ने 11 प्रेशर पांइटों को चिह्नित किया है। यहां विशेष नजर रखी जाएगी। सावन मास व भादौ मास व इस वर्ष अधिकमास में सोमवार को श्री महाकालेश्वर भगवान की 10 सवारी निकाली जाएगी।

इसके लिए उज्जैन व आसपास के जिलों के अलावा पुलिस ट्रेनिंग स्कूल के 1500 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को सवारी की सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात किया है। आइजी संतोष कुमार सिंह के निर्देश के बाद पुलिस ने सवारी मार्ग पर 11 प्रेशर पाइंट चिह्नित किए गए हैं। इन पाइंट पर उज्जैन के अधिकारियों के साथ बाहर से आने वाले बल को तैनात किया है। सुरक्षा में तैनात सभी अधिकारियों व जवानों को श्रद्धालुओं के साथ शालिन व्यवहार करने के निर्देश भी दिए हैं।

मंदिर की सुरक्षा में 300 पुलिसकर्मी

सावन मास व अधिक मास होने से इस वर्ष उम्मीद से ज्यादा दर्शनार्थी उज्जैन आ रहे हैं। मंदिर की सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। सुरक्षा के लिए एक डीएसपी स्तर के अधिकारी, दो टीआइ व 300 पुलिसकर्मियों की रोजाना ड्यूटी लगाई गई है। महाकाल मंदिर में भीड़ प्रबंधन के अलावा संदिग्धों पर भी नजर रखने के लिए अलग से टीम तैनात है। मंदिर परिसर व आसपास के क्षेत्रों में सादी वर्दी में भी पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है।

750 सीसीटीवी कैमरों से नजर

महाकाल मंदिर व श्री महाकाल लोक में स्मार्ट सिटी द्वारा दस करोड़ रुपये की लागत से 500 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगवाए जा रहे हैं। इसके अलावा आर्टिफिशल इंटेलिजेंसी का भी उपयोग किया जाएगा। मंदिर समिति महाकाल परिसर, हरसिद्धि मंदिर क्षेत्र सवारी मार्ग में 250 सीसीटीवी कैमरे लगवाए है। इसके अलावा पुलिस के 108 स्थानों पर भी 511 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। इनके माध्यम से भी पुलिस कंट्रोल रूम से नजर रखी जा रही है।

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