इंदौर। शहर में नगर निगम द्वारा खतरनाक हो चुके जर्जर हो चुके भवनों पर कार्रवाई की जा रही है। वर्षा को देखते हुए ऐसे मकानों को चिन्हित किया गया है जो जर्जर हो चके हैं। गुरुवार को ऐसे ही एक भवन को गिराया गया।
प्रिंस यशवंत तोड़ पर निगम ने यह कार्रवाई की। भवन के निचले हिस्से में दुकानों का संचालन होता था। वहीं ऊपरी मंजिल पर पांच परिवार रहते थे। पूर्व में भी यहां मकान का छज्जा गिरने की घटना सामने आ चुकी है। करीब 70 से 80 साल पुराना यह भवन जीर्ण-क्षीर्ण अवस्था थी। नगर निगम ने संसाधन लगाकर इस भवन को गिरा दिया।
जर्जर मकानों पर कार्रवाही पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव
जर्जर भवन घोषित होने के बाद वहां रहने वाले लोगों को यह समझना होगा कि वो अभी एक ख़तरनाक मकान में रह रहे हैं, इसलिए लगातार उनकी व्यवस्था करते हुए रहने वाले लोगों को चेतावनी देते हुए जीतने भी आवश्यक और अतिअवश्यक जर्जर मकान है वो हमने गिराए है, आने वाले समय में और जर्जर मकानों को हम गिराएंगे।
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