वीवीआइपी सड़कों को संवारने पर ध्यान जनता की सड़कों पर रोज बढ़ रहे गडढे

ग्वालियर। पहले से बेहतर हालत में मौजूद गांधी रोड को तो नगर निगम 10 करोड़ रुपए में संवारने जा रहा है, लेकिन शहर की बर्बाद सड़कों की सुध नहीं ली गई है। शहर को सबसे ज्यादा संपत्तिकर के साथ करोड़ों रुपए के कारोबारी क्षेत्र के रूप में विकसित हो रहे सिटी सेंटर इलाके की कई पाश कालोनी सहित लश्कर क्षेत्र के कई इलाकों में सड़कें लंबे समय से बदहाल स्थिति में हैं। निगम ने न तो यहां पैच रिपेयरिंग कराई और न सड़कों के निर्माण की कवायद की। नतीजा, बरसात के मौसम में ये सड़कें हादसों का कारण बन रही हैं।

दरअसल, शहर की गांधी रोड, रेसकोर्स रोड पर अधिकारियों का विशेष ध्यान रहता है। इन दोनों सड़कों पर वीवीआइपी यानी न्यायाधीश, राजनेता, आइएएस व आइपीएस के बंगले हैं। ऐसे में इन सड़कों पर एक गड्ढा होते ही तुरंत मरम्मत करा दी जाती है, लेकिन आम जनता के उपयोग में आने वाली तमाम सड़कें बदहाल स्थिति में होने के बावजूद उन पर ध्यान नहीं दिया जाता है। मुख्य मार्गों के अलावा कालोनी के अंदर सड़कों की हालत खराब है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों का इस तरफ ध्यान नहीं है। पाश इलाके सिटी सेंटर की कई कालोनी में मुख्य मार्ग बदहाल हैं। पटेल नगर से आयकर कार्यालय तक जाने वाले मार्ग पर तो एक तरफ सड़क ही गायब हो चुकी है। यहां एक लेन से ही ट्रैफिक निकलता है। वर्षा के मौसम में यहां जलभराव के हालात बन जाते हैं।

चैंबर के ढक्कन भी बड़ी समस्या

सड़कों पर मौजूद सीवर चैंबर के ढक्कन भी ऊंचे-नीचे हैं। पटेल नगर रोड पर तो इन ढक्कनों की दिक्कत के कारण वाहन जिग-जैग होकर चलाना पड़ता है। 80 लाख रुपये की लागत से बनी यह सड़क ढक्कनों के आसपास से कभी भी धंसक जाती है। इसके अलावा शिंदे की छावनी, ढोली बुआ का पुल सहित कई इलाकों में चैंबर के ढक्कनों के कारण दिक्कत रहती है। कमोबेश यही स्थिति एजी आफिस पुल से माधव नगर होते हुए चेतकपुरी को जाने वाले मार्ग पर भी है। यहां दोनों तरफ चैंबर के ढक्कन खतरनाक स्थिति में हैं।

जानिए पाश कालोनी की सड़कों की दुर्दशा

पटेल नगर से आयकर कार्यालय: सिटी सेंटर इलाके में डिवाइडर वाली चौड़ी रोड पर 10 से अधिक होटल और रेस्टोरेंट हैं। ये इलाके का व्यस्त मार्ग है। यहां सुबह से देर रात तक वाहनों का आवागमन होता है। ये सड़क लंबे समय से बदहाल स्थिति में है। इस सड़क पर 100 मीटर लंबा एक पूरा पैच उखड़ चुका है। जानलेवा गड्ढों के कारण वाहन एक ही तरफ से निकलते हैं। इसके कारण जाम के हालात बनते हैं। एयरटेल आफिस रोड: माधवराव सिंधिया मार्ग से आयकर कार्यालय की ओर आने वाली इस रोड पर भी गड्ढों की भरमार है। यहां बैंक, फाइनेंस कंपनियां, शोरूम सहित 50 से अधिक संस्थान मौजूद हैं। दिनभर इस रोड पर वाहनों का आवागमन होता है। इस रोड पर भी गड्ढे हैं। कई स्थानों से सड़क उखड़ चुकी है। यहां वर्षा के दौरान जलभराव हो जाता है। गड्ढों का अंदाजा न होने के कारण हादसे होते हैं। रोशनीघर रोड: इंदरगंज चौराहा से जीवाजी क्लब जाने वाली यह मुख्य सड़क हर रोज हजारों वाहनों के आवागमन का भार झेलती है, लेकिन इसे वर्षों से तैयार नहीं किया गया है। इस रोड पर भी कई गड्ढे हो चुके हैं, वहीं कुछ स्थानों पर पाइपलाइन के काम के लिए सड़क को खोद दिया गया है। इसके चलते वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एसएसपी आफिस के पीछे: एसएसपी कार्यालय और कंट्रोल रूम के पीछे वीरेंद्र विलास के सामने की सड़क भी खुदी है। यहां सड़क में कई गड्ढे हो चुके हैं और किनारों से उखड़कर सड़क की चौड़ाई भी कम रह गई है। यहां कई कोचिंग सेंटर हैं, जिनमें पढ़ने के लिए हजारों की संख्या में बच्चे पहुंचते हैं। वर्षा के मौसम में यहां जलभराव और कीचड़ की स्थिति बन जाती है।

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