भोपाल। प्राथमिक शिक्षक भर्ती-2020 के पात्रता परीक्षा पास अभ्यर्थी करीब एक माह से लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआइ) के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं। बुधवार को दिव्यांग अभ्यर्थी भी डीपीआई के सामने पहुंचकर भूख-हड़ताल पर बैठे। प्राथमिक शिक्षक भर्ती-2020 उत्तीर्ण संघ के संयोजक मंगल सिंह का कहना है कि भूख हड़ताल और धरना प्रदर्शन का एक महीना पूरा होने पर संयुक्त रूप से प्रदर्शन किया जा रहा है। उनका कहना है कि सरकार द्वारा जब तक मांगें नहीं मानी जाएंगी, तब तक बेमियादी भूख हड़ताल एवं प्रदर्शन जारी रहेगा। इसके साथ-साथ कुछ पात्र महिला अभ्यर्थी भी भूख हड़ताल पर बैठी हैं।
इन अभ्यर्थियों की मांग है कि प्राथमिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया चल रही है, जिसमें नाममात्र के पदों पर भर्ती की जा रही है, जबकि पात्रता परीक्षा पास अभ्यर्थियों की संख्या करीब एक लाख 94 हजार है। प्रदेश में हजारों पद खाली होने के बावजूद यह विसंगति है। प्राथमिक शिक्षक भर्ती 2020 में 51 हजार पदों की मांग को लेकर दिव्यांग अभ्यर्थी बुधवार से डीपीआइ के सामने भूख हड़ताल पर बैठ गए। अभ्यार्थियों की मांग है कि प्रमोशन एवं रिटायरमेंट से खाली हुए शिक्षकों के रिक्त पदों की पूर्ति प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा 2020 के उत्तीर्ण अभ्यार्थियों से की जाए। इसके अलावा कुछ अन्य मांगें भी हैं।
पदवृद्धि की मांग
शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यार्थियों ने पदवृद्धि के साथ शिक्षक भर्ती पूर्ण कराने की गुहार लगाई है। वर्तमान में भी डीपीआइ कार्यालय के सामने पात्र अभ्यर्थियों द्वारा लगातार भूख हड़ताल की जा रही है। उसके बावजूद अभी तक अगली काउंसलिंग शुरू नहीं की गई है। इससे शेष अभ्यर्थियों में आक्रोश बढ़ रहा है। संगठन संयोजक श्यामलाल रविदास एवं नारी शक्ती संयोजक रामदेवी पटेल, लीलेंद्र मेहरा, अजय पाटीदार सहित अन्य अभ्यर्थियों ने बताया कि वह निर्धारित आयु सीमा को पार कर रहे हैं, इसलिए उनकी मांग है कि पदवृद्धि के साथ तृतीय काउंसलिंग करते हुए स्थाई शिक्षक भर्ती को पूर्ण किया जाए।
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