भोपाल। नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों का आकलन करने आए चुनाव आयोग के अधिकारियों ने कहा कि किसी भी पात्र मतदाता का नाम मतदाता सूची में शामिल होने से नहीं छूटना चाहिए। मतदाता सूची के पुनरीक्षण कार्य को गंभीरता के साथ लिया जाए। मतदाताओं को मतदान करने में कोई असुविधा न हो, इस पर ध्यान दिया जाए।
यह बात चुनाव आयोग के अधिकारियों ने भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में आयोजित बैठक में कही। इस दौरान भोपाल, इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों ने जिले में चुनाव की तैयारियों की जानकारी दी।
चुनाव आयोग के वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त धर्मेंद्र शर्मा के नेतृत्व में आए दल ने महिला और पुरुष मतदाता, मतदान केंद्रों की व्यवस्था, नए मतदाताओं के नाम जोड़ने, अपात्रों के हटाने, संशोधन, इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की उपलब्धता और जांच, सुरक्षा की व्यवस्था, मतदाता जागरुकता कार्यक्रम की तैयारी आदि विषयों पर जानकारी ली।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि सभी जिलों ने तैयारियों को लेकर अपनी बात रखी और बताया कि चुनाव में लगने वाले पुलिस बल और कर्मचारियों की आवश्यकता का आकलन कर लिया गया है। उप निर्वाचन अधिकारियों का प्रशिक्षण हो चुका है।
इस बैठक से पहले आयोग के अधिकारियों को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने प्रदेश में चुनाव को लेकर चल रही तैयारियों की जानकारी दी। दो अगस्त से मतदाता सूची के संक्षिप्त पुनरीक्षण का कार्य प्रारंभ होगा। इसकी तैयारियां सभी जिलों में कर ली गई हैं। राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक भी हो चुकी है।
इसके साथ ही राज्य पुलिस के नोडल अधिकारियों ने भी पुलिस प्रशासन की ओर से की जा रही तैयारियों की जानकारी दी। बैठक में आयोग के वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त नितेश व्यास, उप निर्वाचन आयुक्त अजय भादू,वरिष्ठ प्रमुख सचिव एनएन बुटोलिया, सचिव अमित कुमार, संचालक स्वीप संतोष अजमेरा सहित मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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