जानें कौन था संसार का पहला कांवड़ यात्री
धार्मिक मान्यता के अनुसार भगवान शिव ने समुद्र मंथन में निकले विष को पी लिया था और इस जहर के प्रभाव से भगवान भोलेनाथ असहज अवस्था में पहुंच गए थे। जहर के कारण उत्पन्न हुई पीड़ा को कम करने के लिए उनके परमभक्त रावण ने कांवड़ में गंगा जल भरकर कई बरसों तक महादेव का जलाभिषेक किया था, जिसके बाद भगवान शिव जहर के नकारात्मक प्रभावों से मुक्त हो सके थे। पौराणिक मान्यता है कि संसार का पहला कांवड़ यात्री रावण को ही माना जाता है और रावण ने ही सबसे पहले कांवड़ यात्रा की शुरुआत की थी।
जानें सावन मास में कब है सोमवार
पहला सोमवार – 10 जुलाई
दूसरा सोमवार – 17 जुलाई
तीसरा सोमवार- 24 जुलाई
चौथा सोमवार – 31 जुलाई
पांचवा सोमवार – 7 अगस्त
छठवां सोमवार – 14 अगस्त
7वां सोमवार – 21 अगस्त
आठवां सोमवार – 28 अगस्त
डिसक्लेमर
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’
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