खास होगा सावन का पहला मंगलवार पूरी होगी हर मनोकामना करें ये उपाय

 हिंदू पंचांग के अनुसार कल यानी 4 जुलाई मंगलवार से सावन के महीने की शुरुआत होने जा रही है। सावन के पहले दिन मंगलवार होने से मंगला गौरी व्रत रखा जाएगा। सुहागिन महिलाएं और कुवांरी कन्याएं मंगला गौरी व्रत रखती हैं। मंगला गौरी व्रत के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना की जाती है। मंगला गौरी व्रत करने से अखंड सौभाग्य और सुखी दांपत्य जीवन मिलता है। वहीं कुंवारी कन्याएं मनचाहा वर पाने और नवविवाहिताएं संतान प्राप्ति की कामना से मंगला गौरी व्रत रखती हैं। माना जाता है कि सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ की आराधना करने से सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

सिंदूर और चोला अर्पित करें

मंगला गौरी व्रत के साथ इस दिन त्रिपुष्कर योग जैसे शुभ योग भी बन रहे हैं। इस दिन कुछ खास उपाय कर लेने चाहिए। मंगलवार का दिन हनुमानजी को समर्पित माना जाता है। सावन के पहले दिन यानी मंगलवार को हनुमानजी को सिंदूर और चोला अर्पित करें। साथ ही चमेली के तेल से दीपक जलाकर आरती करें। वहीं बेसन या मोतीचूर के लड्डुओं और गुड़-चने का भोग भी लगाएं। इससे आपके जीवन की सभी समस्याएं दूर होंगी।

रामरक्षा स्त्रोत पाठ

यदि आपका जीवन समस्याओं से घिरा है तो सावन के पहले मंगलवार पर पूजा के समय रामरक्षा स्त्रोत का पाठ करें। ऐसा करने से भगवान श्री राम की कृपा से आपकी सभी समस्याएं दूर होंगी और आपका जीवन सुखी होगा।

सफलता के लिए

व्यापार और नौकरी में सफलता पाने के लिए सावन के पहले मंगलवार को विवाहित स्त्रियों को श्रृंगार का सामान भेंट करें। ऐसा करने से कुंडली में शुक्र मजबूत होता है। जिससे आपको कार्यों में सुख-समृद्धि और तरक्की मिलती है।

ग्रह दोषों को दूर करने के लिए

कुंडली के ग्रह दोषों को दूर करने के लिए सावन माह के पहले दिन जल में काले तिल, गंगाजल, शहद और सुगंध मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें। इससे ग्रह दोष दूर होंगे और जीवन में आ रही बाधाएं समाप्त होंगी।

वास्तु दोष दूर करने के लिए

घर का वास्तु दोष दूर करने के लिए सावन के पहले मंगलवार महादेव का गंगाजल या दूध से अभिषेक करें। इसके साथ ही 11 या 21 बेलपत्र पर जय श्री राम लिखकर भगवान शिव को अर्पित करें। ऐसा करने से घर के वास्तु दोष से छुटकारा मिलना चाहिए।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.