80 लाख रुपये के लेनदेने के लिए अगवा किए गए अकाउंटेंट को पुलिस ने छुड़ाया दो गिरफ्तार

 सतना। शहर के सिविल लाइन थाना के विराट नगर कॉलोनी से दिनदहाड़े पिस्टल की नोक पर अगवा कर लिए गए अकाउंटेंट को बदमाशों की कैद से सतना पुलिस ने मुक्त करा लिया है। इस घटना को अंजाम देने वाले दो आरोपी भी पुलिस के हत्थे चढ़े हैं।

बुधवार को किया था अगवा

मिली जानकारी के अनुसार, सिविल लाइन थाना अंतर्गत विराट नगर स्थित हाजी बावा कंस्ट्रक्शन कंपनी के ऑफिस से बुधवार को पिस्टल की नोक पर अगवा कर लिए गए कंपनी के अकाउंटेंट पी सुरेश को सतना पुलिस ने मुक्त करा लिया है। सतना पुलिस की टीम अकाउंटेंट को रीवा से छुड़ा लाई। इस सनसनीखेज घटना के मुख्य आरोपित विकास कुमार सोनी पिता महावीर सोनी 31 वर्ष निवासी बड़वार थाना गुढ़ जिला रीवा और उसके साथी मोहित यादव पिता सुरेश यादव निवासी गुढवा थाना गुढ़ जिला रीवा को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।

रीवा की तरफ ले गए थे

पुलिस ने बताया कि आरोपी पिस्टल की नोक पर ऑफिस से अगवा कर अकाउंटेंट को अपने साथ रीवा की तरफ ले गए थे। वारदात के बाद सभी जगह अलर्ट कर दिया गया था और आरोपियों के पीछे टीम भी लगा दी गई थीं। बताया गया कि अपहरण की यह वारदात 80 लाख रुपयों के लेनदेन से जुड़ी है। इन रुपयों का मामला पन्ना में भी चल रहा है।

80 लाख रुपये आरोपित को लेने थे

दरअसल, पन्ना के अमानगंज में जेके सीमेंट प्लांट का ठेका हाजी बावा कंपनी ने लिया था। इस काम को हाजी बावा ने आरोपित की सोनी कंस्ट्रक्शन कंपनी को पेटी कॉन्ट्रैक्ट पर दिया था। आरोपित का कहना था कि उसे हाजी बावा से 80 लाख रुपये चाहिए जबकि हाजी बावा कंपनी के लोग यह कह रहे थे कि उनकी कंपनी को ही आरोपित विकास सोनी की कंपनी से 75 लाख रुपये चाहिए।

जेल भेजे गए आरोपित

रुपयों के लेनदेन के मामले को लेकर आरोपित और उसके साथियों समेत बुधवार को विराट नगर ऑफिस पहुंचा और एकाउंटेंट पी सुरेश को किडनैप कर ले गया। आरोपियों ने सुरेश के साथ मारपीट तो नहीं की लेकिन उसे भयभीत जरूर किया। सुरेश ने उन्हें बताया था कि वह तो महज अकाउंटेंट है। पैसे देने का अधिकार उसे नहीं हैं, लेकिन उन्होंने उसकी एक न सुनी। पुलिस अपहृत और अपहर्ताओं से पूछताछ करने के बाद मामला दर्ज करते हुए आरोपितों को जेल भेज दिया है।

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