जबलपुर। जबलपुर के शारदा चौक गढ़ा साहू मोहल्ला निवासी 37 वर्षीय युवक धर्मेंद्र पटेल ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। गुरुवार शाम हुई घटना से आक्रोशित स्वजन ने शुक्रवार को उग्र प्रदर्शन किया। नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कालेज अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने धर्मेंद्र का शव स्वजन को सौंप दिया था। जिसके बाद अंतिम यात्रा निकाली गई। स्वजन ने शारदा चौक पर शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ पड़ोसियों की प्रताड़ना से तंग होकर धर्मेंद्र ने जान दे दी। उन्होंने पड़ोसियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
प्रदर्शन से जाम हुई सड़क
शव रखकर प्रदर्शन के दौरान सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। जिसका असर सूपाताल व एलआइसी मार्ग पर भी पड़ा। वहां भी सैकड़ों वाहन जाम में फंसे रहे। पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों की समझाइश के बाद प्रदर्शन समाप्त हुआ। वहीं पुलिस का कहना है कि इस तरह सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन करने से सड़क जाम होती है ऐसे में पुलिस कानूनी कार्रवाई कर सकती है।
यह था मामला
गढ़ा पुलिस ने बताया कि धर्मेंद्र पटेल निजी कंपनी में नौकरी करता था। वह गुरुवार शाम घर लौटा और कुछ देर बाद ही अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। धर्मेंद्र काफी देर तक अपने कमरे से बाहर नहीं निकला तो स्वजन को चिंता हुई। उन्होंने कमरे में जाकर देखा तो उसका शव फंदे पर लटका मिला। मौके पर पहुंची पुलिस ने मर्ग पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। धर्मेंद्र की पत्नी रजनी ने कुछ पड़ोसियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया। रजनी ने कहा कि प्रताड़ना के कारण धर्मेंद्र को आत्महत्या का निर्णय लेना पड़ा। गढ़ा थाना प्रभारी राकेश तिवारी ने बताया कि रजनी की शिकायत को गंभीरता से लेकर मामले की निष्पक्ष जांच कराई जा रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
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