जबलपुर। मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने अब उच्च क्षमता के सब स्टेशन में आउटसोर्स कर्मियों की जगह नियमित कर्मियों की तैनाती का निर्णय लिया है। बिजली कंपनी अब बाह्य सेवा प्रदाता के ठेके निरस्त कर 220 केवी एवं 132 केवी सब-स्टेशनों में विभागीय कर्मचारी पदस्थ करेगी। इस संबंध में कंपनी प्रबंधन ने सभी अफसरों को सूची बनाकर देने को कहा है।
आवश्यक है कि सब स्टेशन की जिम्मेदारी इनके हाथों में सौंपी जाए
मध्य प्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड जबलपुर के मुख्य अभियंता की ओर से अधीक्षण अभियंताओं को जारी निर्देश में कहा गया है कि वर्तमान में परीक्षण एवं संचार संकाय के अंतर्गत 220 केवी के 78 उपकेन्द्र एवं 132 केवी के 313 उपकेन्द्र बाह्य सेवा प्रदाता द्वारा संचालित किये जा रहे हैं। जबकी वर्तमान में कंपनी में 347 विभागीय तकनीकी कर्मचारी परीक्षण एवं संचार संकाय के अंतर्गत अति उच्चदाब उपकेन्द्रों एवं संभागीय कार्यालयों में कार्यरत हैं। ऐसे में इनकी कार्य क्षमता का उपयोग के लिए आवश्यक है कि सब स्टेशन की जिम्मेदारी इनके हाथों में सौंपी जाए।
ठेके निरस्त कर कंपनी पर पड़ने वाला वित्तीय भार कम होगा
निर्देश में साफ है कि अफसर अपने अधीनस्थ विभिन्न उपकेन्द्रों में पदस्थ ऐसे विभागीय कर्मचारियों की समीक्षा करें जिससे कि उन्हें एकत्र कर कुछ उपकेन्द्रों में संचालन एवं संधारण कार्य के लिए पदस्थ कर उपकेन्द्रों का कार्यसंपादित किया जा सके ताकि आगामी निविदाओं में उन उपकेन्द्रों के ठेके निरस्त कर कंपनी पर पड़ने वाले वित्तीय भार को कम किया जा सके।
उच्च प्राथमिकता के आधार पर प्रेषित किया जाना सुनिश्चित करें सूची
इस संबंध में उक्त उपकेन्द्रों के नाम के साथ विभागीय कर्मचारियों की सूची इस कार्यालय को सात दिवस के अंदर उच्च प्राथमिकता के आधार पर प्रेषित किया जाना सुनिश्चित करें। खर्च होगा कम- अभी मप्र पावर ट्रांसमिशन कंपनी ठेका व्यवस्था के तहत कार्य करवा रही है इसमें करोड़ों रुपये का व्यय हो रहा है जबकि कंपनी के पास कुशल कर्मी है ऐसे में ठेका निरस्त होने से कंपनी का व्यय भी कम होगा।
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