ग्वालियर। कभी स्कूल की डेहरी नहीं चढ़ा, कभी किसी शिक्षक से हिंदी तक की क्लास नहीं ली… लेकिन जानकार था अंग्रेजी सहित 8 विदेशी भाषाओं का। उसे देखकर विदेशी भी हैरान रह जाते थे। किले जाने वाला शख्स उसे जानता था, उसे देखकर दांतो तले अंगूलियां दबा लेता था। आज सुबह जब उसकी लाश किला तलहटी में मिली तो हर कोई उसकी मौत की खबर से अचंभित था। आखिर… इतने टैलेंटेड युवक ने खुदकुशी क्यों की। फिलहाल पुलिस भी इसे लेकर पशोपेश की स्थिति में है। फिलहाल पुलिस ने उसके शव को पोस्टमार्टम हाउस भिजवा दिया है। उसकी मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए प्रयास कर रही है।
बहोड़ापुर इलाके में रहने वाला कालू नाम का युवक बचपन से ग्वालियर के लिए पर जा रहा था। यहां आने वाले विदेशी पर्यटक और उनके साथ बाहर से आने वाले टूरिस्ट गाइड के संपर्क में वह रहता था। इसके चलते उसे टूरिस्ट गाइड का काम अच्छा लगने लगा, देखते ही देखते वहां अंग्रेजी सहित करीब 8 विदेशी भाषाएं बोलने लगा। देश के अलग-अलग राज्यों सहित विदेशों से आने वाले पर्यटकों को वह किला घुमाता था। उसकी रोजी-रोटी चलने लगी। 8 भाषाओं का जानकार होने की वजह से उसे ग्वालियर में प्रसिद्धि भी मिल गई थी। हर कोई उसे जानता था, क्योंकि उसने कभी स्कूल की देहरी तक नहीं चढ़ी थी। इंटरनेट मीडिया पर उसके कई वीडियो बहू प्रसारित है। सोमवार सुबह करीब 7:00 बजे किला स्थित सास बहु मंदिर के नीचे तलहटी में उसकी लाश झाड़ियों के बीच मिली। सुबह अवसर पर आने वाले लोगों ने जब लाश देखी तो पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने पर बहोड़ापुर और ग्वालियर थाने की फोर्स यहां पहुंची। सबको पोस्टमार्टम हाउस भिजवाया गया। पुलिस ने फिलहाल आत्महत्या की आशंका जताई है।
नशा करने का आदी हो गया था
कालू के बारे में प्रारंभिक पड़ताल में यह भी सामने आया है कि वह कुछ दिनों से नशा करने का आदी हो गया था। स्मैक सहित अन्य नशे करता था।
इन भाषा का था जानकार
कालू के बारे में बताया गया है वह कभी स्कूल नहीं गया लेकिन अंग्रेजी, फ्रेंच, स्पेनिस, जर्मन, इटालियन, चाइनीज, जापानी भाषा बोल लेता था।
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