बिलासपुर। आज हेरा पंचमी है। सनातन परंपरा अनुसार देवी लक्ष्मी के दूत महाप्रभु भगवान जगन्नाथ की रथ को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करेंगे। बिलासपुर के रेलवे परिक्षेत्र स्थित श्री श्री जगन्नाथ मंदिर में आधी रात समिति के सदस्य दूत बनकर इस परंपरा का निर्वहन करेंगे।
महाप्रभु भगवान जगन्नाथ भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा मौसी के घर आनंद में है। गुंडिचा यात्रा (रथयात्रा) के बाद से मौसी के घर प्रतिदिन एक से बढ़कर एवं व्यंजन और पकवानों का मजा ले रहे हैं। ग्रामीणों से मुलाकात कर रहे है। रेलवे परिक्षेत्र स्थित जगन्नाथ मंदिर के बगल ओडिया स्कूल प्रांगण में मौसी का घर (मंदिर) निर्माण किया गया है। मंदिर के पुजारी पंडित गोविंद प्रसाद पाढ़ी ने इस परंपरा को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि भगवान जगन्नाथ अपने भाई बहन के साथ मौसी के घर अभी ठहरे हुए हैं।
मीठे भोग प्रसाद का आनंद उठाने के साथ घूम फिर रहे हैं। पांचवे दिन यानी आज हेरा पंचमी है। ऐसे में माता लक्ष्मी देर रात अपने दूतों के साथ पहुंचकर अपना गुस्सा जाहिर करेंगे। और रथ को नुकसान पहुंचा कर लौट जाएंगी। दरअसल महाप्रभु लक्ष्मी माता को बिना बताए मौसी के घर पहुंच जाते हैं। इसी बात को लेकर वे नाराज रहती हैं। मंदिर के पुजारी गोविंद पाढ़ी के मुताबिक 28 जून को बाहुड़ा यात्रा होगी।
इसके साथ भगवान वापस अपने मंदिर के लिए प्रस्थान करेंगे। इधर मौसी के घर महाप्रभु के आगमन पर महाउत्सव मनाया जा रहा है। भगवान जगन्नाथ का दर्शन करने प्रतिदिन श्रद्धालु भक्त मौसी के घर पहुंच रहे हैं। मौसी के घर अर्थात मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना जारी है। महाप्रभु को मौसमी फल व अन्न से बने कई प्रकार के भोग लगाए गए। बंगाली स्कूल चौक में मेले जैसा माहौल है।
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