आदिपुरुष को लेकर आए दिन कोई न कोई विवाद बढ़ रहा है। फिल्म के डायलाॅग्स को लेकर काफी विरोध किया गया था। फिल्म की कंट्रोवर्सी का असर इसकी कमाई पर साफ दिख रहा है। आदिपुरुष का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन लगातार गिरता ही जा रहा है। आदिपुरुष के डायलाॅग्स और ग्राफिक्स को लेकर दर्शकों ने अपना मन फिल्म से हटा लिया है। रामायण और महाभारत के स्टार्स भी फिल्म को लेकर अपनी नाराजगी जता रहे हैं। कुछ समय पहले ही महाभारत के युधिष्ठिर यानी गजेंद्र चौहान ने आदिपुरुष के मेकर्स पर निशाना साधा था। वहीं अब बीआर चोपड़ा की महाभारत के धृतराष्ट्र यानी गिरिजा शंकर ने आदिपुरुष के मेकर्स पर सवाल उठाए हैं।
टपोरी भाषा की जरूरत नहीं थी
गिरिजा शंकर का कहना है कि फिल्म में टपोरी भाषा का प्रयोग किए जाने की जरूरत नहीं थी। हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान एक्टर ने कहा है कि उन्होंने अभी तक फिल्म नहीं देखी है, लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल क्लिप को जरूर देखा है। गिरिजा शंकर ने आदिपुरुष में इस्तेमाल किए गए डायलाॅग्स पर नाराजगी जताई है। उनका कहना था कि उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि वे किस तरह इस पर रिएक्ट करें। हनुमान जी या फिर बाकी कोई भी किरदार इस तरह की भाषा में कैसे बात कर सकते हैं।
मेकर्स पर उठाए सवाल
गिरिजा शंकर को लगता है कि मेकर्स इससे काफी बेहतर तरीके से बना सकते थे। फिल्म में टपोरी भाषा को डालना बिल्कुल भी जरूरी नहीं था। बता दें कि गिरिजा शंकर एक दिग्गज कलाकार हैं, जो अमेरिका में रहते हैं। काम के सिलसिले में वे इंडिया आना-जाना करते हैं। गिरिजा शंकर के मुताबिक आदिपुरुष फिल्म में और अच्छी भाषा का इस्तेमाल किया जा सकता था। एक्टर से पहले भी आदिपुरुष को लेकर रामायण के राम अरुण गोविल, मुकेश खन्ना समेत कई सितारे अपना रिएक्शन दे चुके हैं।
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