ग्वालियर। हजीरा चौराहे पर पुलिस को दबाव बनाने के लिए खुद पर पेट्रोल उढ़ेलकर नौटंकी करने वाले गैंगस्टर राहुल राजावत को जिस जेल में भेजा गया है, वहां जेल पुलिस के साथ उसके दोस्ताना संबंध हैं। यह उसकी फेसबुक प्रोफाइल कहती है,जिसमें उसने जेल पुलिस के अफसरों से लेकर जेल प्रहरियों तक के साथ फोटो अपलोड किए हैं। उसकी फेसबुक प्रोफाइल से ही जेल पुलिस और उसका गठजोड़ सामने आया है। अब यह फोटो और वीडियो इंटरनेट मीडिया पर बहुप्रसारित हैं। यह फोटो, वीडियो पुलिस अधिकारियों के पास भी पहुंचे हैं। इन फोटो, वीडियो से जेल पुलिस के वह अफसर और प्रहरी घबरा गए हैं, जिन्हें गैंगस्टर राहुल राजावत ने अपना दोस्त बताया है।
हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण जैसे सनसनीखेज अपराधों को अंजाम देने वाला कुख्यात गैंगस्टर राहुल राजावत कुछ समय पहले ही जेल से जमानत पर बाहर आया था। इसके बाद भी उसकी गतिविधियां संदिग्ध थीं। वह हजीरा थाने का निगरानीशुदा बदमाश है, इसलिए अक्सर पुलिस ऐसे बदमाशों के घर पूछताछ करने जाती है। जब पुलिस उसके घर पहुंची थी तो उसने पुलिस को धक्का दिया और भाग निकला। अगले ही दिन उसने अपने साथियों के साथ पुलिस पर दबाव बनाने हजीरा चौराहे पर चक्काजाम किया। इस दौरान उसने खुद पर पेट्रोल डाल ली, तब पुलिस ने उसे और उसके साथियों को लाठी के बल पर खदेड़ा। उसे पुलिस ने केंद्रीय जेल ग्वालियर भेज दिया है। उसकी फेसबुक प्रोफाइल जब खंगाली तो उसमें जेल पुलिस के अधिकारी और प्रहरियों के साथ कई फोटो उसने अपलोड किए हैं। जेल पुलिस के अधिकारी और प्रहरियों के साथ जन्मदिन मनाता दिख रहा है। इस संबंध में पुलिस अधिकारियों ने जेल विभाग के वरिष्ठ अफसरों तक इसकी सूचना दी है।
जेल के अंदर से चलाते हैं गैंग
जेल के अंदर से कई गैंगस्टर गैंग चलाते हैं। इनके नाम पर इनके गुर्गे कारोबारी, आम लोगों को धमकाते हैं। उनसे चौथ वसूली, इनके नाम पर जमीनों पर कब्जे किए जाते हैं।
अब गैंग में लड़कियां शामिल, केस में राजीनामा कराने का ठेका ले रहे गैंगस्टर
एक पुलिस अफसर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उनके पास यह इनपुट है, अब इन लोगों ने पैसा कमाने का तरीका बदल लिया है। यह लोग जेल के अंदर से गैंग चला रहे हैं, इनकी गैंग में कुछ लड़कियां भी शामिल है। यह लोग इन लड़कियों का इस्तेमाल हनीट्रैप फिर झूठे केस लगवाकर पैसे ऐंठने में कर रहे हैं। हत्या जैसे सनसनीखेज अपराधों में फरियादी के पीछे यह लोग लग जाते हैं, इसके बाद उन्हें इस तरह फंसाते हैं, जिससे वह आरोपित से राजीनामा करने को राजी हो जाए।
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