इंदौर । पुलिस आयुक्त मकरंद देऊस्कर ने 21 कर्मचारियों को सीपी कार्यालय से पुलिस लाइन भेज दिया। सभी कर्मचारी बगैर ई-आफिस आइडी के कार्य करते पाए गए।
आयुक्त ने एक माह पूर्व ही ई-आफिस की शुरुआत की थी। पुलिस आयुक्त के ई-आफिस से हजारों रुपये कीमती कागज की बचत के साथ समय भी बच रहा है। पहले फाइलें इधर-उधर हस्ताक्षर के लिए अटकी रहती थीं। कर्मचारी और अधिकारी हस्ताक्षरों के लिए घंटों तक अफसरों के केबिन में चक्कर लगाते रहते थे। ई-आफिस से समय की बचत होने लगी है। सभी कर्मचारियों की आइडी बना दी गई है।
अब डीसीपी आफिस के स्टाफ की होगी समीक्षा
कार्य की समीक्षा के दौरान पता चला कि 21 कर्मचारी ऐसे थे, जिनकी ई-आफिस की आइडी नहीं थी। सभी कर्मचारियों को सीपी आफिस से हटाकर पुलिस लाइन भेजा गया है। सीपी के मुताबिक, दूसरे चरण में डीसीपी आफिस के स्टाफ की समीक्षा की जाएगी।
खाली प्लाट पर कचरा फेंका, 15 हजार का चालान बना
इंदौर। सिल्वर स्प्रिंग फेज-1 कालोनी में रिलायंस डिजिटल शोरूम के संचालक द्वारा दुकान का कचरा निगम के कचरा संग्रहण वाहन को नहीं देते हुए खुले में खाली प्लाट पर फेंका जा रहा था। निगम को इसकी सूचना मिली तो निगम की टीम ने मौके पर जाकर जांच की। शिकायत सही पाए जाने पर दुकान संचालक पर 15 हजार रुपये का स्पाट फाइन लगाया गया। आसपास के दुकानदारों को भविष्य में कचरा खाली प्लाट पर नहीं फेंकने की समझाइश भी दी गई।
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