भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 27 जून को मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल क्षेत्र शहडोल आ रहे हैं। वे वहां जनसभा को संबोधित करने के साथ आदिवासियों से संवाद भी करेंगे। भाजपा उनके इस दौरे की तैयारियों में जुट गई है।
22 जून से मध्य प्रदेश के पांच स्थानों से रानी दुर्गावती गौरव यात्रा निकाली जाएगी, जिसका समापन 27 जून को शहडोल में होगा। उधर, कांग्रेस के नेताओं ने भी क्षेत्र में डेरा डाल दिया है।
आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामू टेकाम शहडोल पहुंच गए हैं। वे तीन दिन क्षेत्र में रहेंगे। वहीं, 24 जून को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ मंडला में जनसभा को संबोधित करेंगे।
दरअसल, मध्य प्रदेश में नवंबर में विधानसभा के चुनाव प्रस्तावित हैं। 230 सदस्यीय विधानसभा में 47 सीटें अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए सुरक्षित हैं। दोनों दलों की नजर आदिवासी वोट बैंक पर है। इन्हें अपने पक्ष में करने के लिए भाजपा हो या कांग्रेस, कोई कसर नहीं रहने देना चाहते हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पेसा का नियम लागू करके इन्हें प्रभावित करने का प्रयास किया है तो युवा अन्न दूत सहित अन्य योजनाओं के माध्यम से स्थानीय आदिवासी युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने की पहल की है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सतना में कोल महाकुंभ में भाग ले चुके हैं तो छिंदवाड़ा भी पहुंचे थे।
अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 27 जून को शहडोल आ रहे हैं। उनके आने से पहले भाजपा रानी दुर्गावती गौरव यात्रा निकालेगी। इसकी शुरुआत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 22 जून को बालाघाट से करेंगे।
वहीं, छिंदवाड़ा में सांसद दुर्गादास उइके, सिंगरामपुर से विजय शाह, रानी दुर्गवाती के जन्मस्थान कालिंजर में संपतिया उइके और धौहनी से हिमाद्रि सिंह करेंगे। यात्रा गांव-गांव से गुजरेगी और इस दौरान भाजपा सरकार की उपलब्धि और आदिवासियों के हित में किए जा रहे कार्यो की जानकारी दी जाएगी।
उधर, कांग्रेस भी आदिवासियों को साधने में कोई कमी नहीं रहने देना चाहती है। आदिवासी एकता परिषद के माध्यम से जिलों में संपर्क कार्य प्रारंभ कर दिए हैं तो आदिवासी कांग्रेस बूथ स्तर पर टीम बना रही है। सामाजिक सम्मेलन करने के साथ आदिवासी बहुल क्षेत्रों में नेताओं के दौरे हो रहे हैं।
इसी कड़ी में संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रामू टेकाम शहडोल पहुंचे। यहां से उमरिया और फिर अनूपपुर जाएंगे। 24 जून को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ मंडला में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक और जनसभा को संबोधित करेंगे।
टेकाम ने कहा कि आदिवासी बहुत समझदार हैं और सच्चाई को पहचानते हैं कि उनके हित में किसने क्या किया है। कमल नाथ सरकार में जो योजनाएं लागू की गई थीं, उन्हें भाजपा सरकार ने बंद कर दिया है। बेरोजगारी के कारण पलायन हो रहा है। पेसा का नियम में कई कमियां हैं, जिन्हें कांग्रेस की सरकार बनने पर इसे दूर कर नए सिरे से लागू किया जाएगा।
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