भोपाल। अलग-अलग स्थानों पर तीन मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। हवाओं का रुख पश्चिमी, दक्षिण-पश्चिमी बना हुआ है। इस वजह से आंशिक बादल बने हुए हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक वातावरण में नमी रहने के कारण बुधवार-गुरुवार को भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, सागर, शहडोल संभाग के जिलों में दोपहर के बाद बादल छा सकते हैं। साथ ही कहीं-कहीं हल्की बौछारें भी पड़ सकती हैं। छतरपुर जिले में अभी लू के हालात बने रहेंगे। उधर पिछले 24 घंटों के दौरान बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे तक सागर में 12, सीधी में 6.4, दमोह में तीन, सतना में 1.8, सिवनी में 1.2, जबलपुर में 0.6 मिलीमीटर वर्षा हुई। खजुराहो, भोपाल, ग्वालियर, दतिया में बूंदाबांदी हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास ट्रफ के रूप में बना हुआ है। पूर्वी क्षेत्र पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर छत्तीसगढ़ होते हुए ओडिशा तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि इन तीन मौसम प्रणालियों के साथ ही हवाओं का रुख पश्चिमी एवं दक्षिण-पश्चिमी बना हुआ है। हवाओं के साथ कुछ नमी आने के कारण कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ वर्षा भी हो रही है।
मौसम विज्ञानी शुक्ला के मुताबिक अरब सागर में उठे भीषण चक्रवाती तूफान बिपर्जय के गुरुवार को दोपहर में गुजरात के जखाऊ कोस्ट में टकराने की संभावना है। यह तूफान गुजरात में भारी वर्षा कराने के बाद राजस्थान की तरफ बढ़ेगा। इसके प्रभाव से शुक्रवार से ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों में तेज रफ्तार से हवाएं चलेंगी। साथ ही वर्षा भी होगी। इस वजह से प्रदेश में अधिकतम तापमान में भी कुछ गिरावट आ सकती है।
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