भोपाल। प्रदेश के 1,279 कालेजों के लिए आनलाइन काउंसलिंग जारी है। स्नातक (यूजी) और स्नातकोत्तर (पीजी) की करीब आठ लाख 87 हजार सीटों के लिए प्रवेश प्रक्रिया 25 मई से शुरू हुई है। यूजी की प्रदेश में सात लाख 18 हजार 159 सीटें हैं। अभी पहले चरण में 15 दिन में सवा लाख विद्यार्थियों ने पंजीयन कराए हैं, लेकिन सत्यापन की गति धीमी है। अब तक 90 हजार 813 आवेदकों का सत्यापन हुआ है।
अधिकारियों का कहना है कि वर्तमान में यूजी व पीजी की परीक्षाएं चल रही हैं। इससे प्रोफेसर परीक्षा की ड्यूटी में भी लगे हुए हैं जिससे सत्यापन कम हो रहे हैं। वहीं पीजी में अब तक 31,710 आवेदकों ने पंजीयन कराया है। इसमें 20 हजार ने सत्यापन करा लिया है। पीजी में पंजीयन कम हो रहे हैं।
बता दें, कि प्रथम चरण में स्नातक स्तर पर पंजीयन के लिए दो दिन बचे हैं। दस्तावेजों के आनलाइन सत्यापन के लिए पांच दिन का समय शेष है और करीब 25 हजार कम सत्यापन हुए हैं। दूसरा चरण 16 जून से शुरू होगा।
12वीं में करीब सवा लाख विद्यार्थियों की पूरक पहले चरण में छात्राओं को पोर्टल शुल्क नहीं देना पड़ रहा है। ऐसे विद्यार्थी जिनकी 12वीं कक्षा में जिनकी पूरक आई है, उन्हें कालेजों में प्रवेश के लिए पंजीयन तो अभी कराना होगा। प्रवेश कालेज लेवल काउंसलिंग (सीएलसी) राउंड में दिया जाएगा।
सीएलसी राउंड तक यदि इनका रिजल्ट घोषित नहीं होता है, तो सीटें खाली रहने पर ही प्राविधिक प्रवेश मिल सकेगा। इस साल 12वीं कक्षा में 1 लाख 12 हजार 872 विद्यार्थियों को पूरक आई है।
पंजीयन में आ रही समस्याएं
दूसरे राज्य के विद्यार्थियों की शिकायत है कि यूजी कोर्स के कुछ पाठ्यक्रमों में उनका पंजीयन नहीं हो पा रहा है। इसके साथ ही स्कालर आइडी भी अपलोड नहीं हो पा रहे हैं। अगर विद्यार्थी स्कालर आइडी अपलोड कर देंगे तो उन्हें छात्रवृत्ति के लिए अलग से कोई आवेदन नहीं करना पड़ेगा। इसके आधार पर विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति का लाभ मिल जाएगा।
यूजी के लिए पंजीयन की अंतिम तिथि
-12 जून दस्तावेजों का सत्यापन
– 15 जून सीट का आवंटन
– 19 जून प्रवेश शुल्क जमा करने की तिथि
-19 से 23 जून पीजी में पंजीयन की अंतिम तिथि
-13 जून दस्तावेजों का आनलाइन सत्यापन
-16 जून सीटों का आवंटन
– 20 जून तक प्रवेश शुल्क जमा करने की तिथि
– 20 से 24 जून
वर्तमान में यूजी व पीजी की कई परीक्षाओं में प्रोफेसरों की ड्यूटी लगाई गई है। इस कारण तेजी से सत्यापन नहीं हो पा रहा है। वहीं कुछ कोर्स जैसे एलएलबी में पहले मप्र के विद्यार्थियों का पंजीयन होगा। इसके बाद अन्य राज्य के विद्यार्थियों के लिए पंजीयन होगा।
– धीरेंद्र शुक्ल, विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी, उच्च शिक्षा विभाग
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