राष्ट्रीय सेवा भारती का सेवा संगम 7 अप्रैल से जयपुर में, मोहन राव भागवत करेंगे उद्घाटन

राष्ट्रीय सेवा भारती सात से नौ अप्रैल तक जयपुर में राष्ट्रीय सेवा संगम का आयोजन करने जा रहा है। इस महासंगम में सामाजिक विकास के क्षेत्र में कार्य कर रहे 1000 से अधिक स्वैच्छिक सेवा संगठनों के 4000 से अधिक प्रतिनिधि सहभागिता करेंगे।

बीस वर्षों से सेवा क्षेत्र में सक्रिय संगठन राष्ट्रीय सेवा भारती सात से नौ अप्रैल तक जयपुर में राष्ट्रीय सेवा संगम का आयोजन करने जा रहा है। सेवा भारती के इस तृतीय महासंगम में सामाजिक विकास के क्षेत्र में कार्य कर रहे 1000 से अधिक स्वैच्छिक सेवा संगठनों के 4000 से अधिक प्रतिनिधि सहभागिता करेंगे। तीन दिन तक चलने वाले इस आयोजन का उद्घाटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन राव भागवत सात अप्रैल को करेंगे। इस संगम का ध्येय स्वावलंबी भारत, समृद्ध भारत है। राष्ट्रीय सेवा संगम के आयोजन की तैयारियां अंतिम चरण में चल रही हैं।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राजस्थान क्षेत्र सेवा प्रमुख शिवलहरी और सेवा संगम से जुड़े कैलाश शर्मा ने बताया कि सेवा भारती ने पिछले वर्ष 25,000 से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान किया है। साथ ही दक्षता, स्वास्थ्य, कौशल विकास और महिला सशक्तीकरण जैसे क्षेत्रों में संगठन ने निरंतर योगदान दिया है। सेवा भारती ‘नर सेवा नारायण सेवा’ के ध्येय के साथ वंचित, अभावग्रस्त, उपेक्षित एवं पीड़ित बंधुओं की सेवा करने वाली स्वयंसेवी संस्थाओं को प्रोत्साहन और सहयोग करने वाली संस्था है।

सेवा भारती 16184 दक्षता प्रकल्प, 10513 स्वास्थ्य प्रकल्प, 6805 स्वावलंबन प्रकल्प, 9543 सामाजिक प्रकल्प समेत कुल 43045 सेवा परियोजनाओं द्वारा समाज को सशक्त, समरस बना एकता के सूत्र में बांधने के लिए प्रयासरत है। देश के 117 जिलों में 12187 स्वयं सहायता समूह संचालित किए जा रहे हैं, जिनमें लगभग 120000 सदस्य हैं। इन समूहों में 2451 समूह स्वावलंबन के कार्यों में सक्रिय हैं। देश के 55 जिलों में स्वयं सहायता समूह वैभवश्री रचना में संचालित हो रहे हैं। इनमें 27494 सदस्य हैं।

सबको समान अवसर उपलब्ध कराना उद्देश्य

सेवा भारती का प्राथमिक लक्ष्य सभी के लिए समान दक्षता और प्रशिक्षण के अवसर प्रदान करना है, ताकि प्रत्येक व्यक्ति को आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में सशक्त बनाया जा सके। संगठन का मुख्य और निहित उद्देश्य उससे जुड़े स्वैच्छिक संगठनों के सामूहिक प्रयासों के बीच तालमेल स्थापित करके एक सामंजस्यपूर्ण, सक्षम और आत्मनिर्भर समाज और एक समृद्ध भारत का निर्माण करना है।

आत्मनिर्भरता पर युवाओं को दी जानकारी

शिवलहरी ने कहा कि जयपुर में होने जा रहा सेवा संगम में साकार होगा कि कैसे सेवा भार देश भर में महिलाओं को शिक्षित करने, प्रशिक्षण देने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए समर्पित है। हाल ही में सेवा भारती ने महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए हैदराबाद में फॉर गर्ल चाइल्ड और किशोरी विकास जैसे कार्यक्रमों की प्रमुख पहल की है। सेवा भार कार्यकर्ताओं ने शहरी क्षेत्रों में महिलाओं और युवाओं के लिए आत्मनिर्भरता पर भविष्य की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी है और पुस्तकें वितरित की हैं।

रोजगार नीति के महत्व को समझाया

सेवा भाग के प्रमुख वक्ताओं ने पाली, राजस्थान के लिए रोजगार नीति के महत्व और आजीविका अवसर पैदा करने में इसकी प्रभावशीलता के बारे में बताया। सेवा भारती हमेशा संकट के कि भी क्षण में समाज में सेवा करने के सक्रिय रहा है, और हमारे स्वयंसेवकों ने कोविड-महामारी के अशांत समय के दौरान चिकित्सा, भोजन आदि उपलब्ध कराकर आमजन सहायता प्रदान की है। हम समाज के हर वर्ग के लोगों की भलाई के लिए कार्य कर रहे हैं।

 

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