सरकार से मिलेगी सब्सिडी, हर महीने इस बिजनेस से हो सकती है लाखों की कमाई

पैसा कमाने के लिए लोग अलग-अलग तरह के बिजनेस करते हैं. इनमें कई बिजनेस ऐसे हैं जिनको करने पर सरकार की ओर से सब्सिडी भी मिलती है. आज हम आपको एक ऐसे ही बिजनेस के बारे में बताने वाले हैं, जिसमें लाखों रुपये की कमाई की जा सकती है. दरअसल, हम फिश फार्मिंग की बात कर रहे हैं. भारत में काफी ज्यादा मात्रा में फिश फार्मिंग की जाती है. मछली पालन के जरिए अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है. तिलापिया, सैल्मन, कार्प, श्रिम्प और ट्राउट कुछ उच्च-बिक्री वाली मछली प्रजातियां हैं जो भारी रिटर्न दे सकती हैं.

फिश फार्मिंग

मछली पालन मछली पकड़ने के पारंपरिक तरीकों की तुलना में मांग को बनाए रखने के लिए मछली की आपूर्ति को तेज करने में मदद करता है. मछलियां प्रोटीन से भरपूर होती हैं और इस प्रकार इनकी मांग अधिक होती है, जिससे मछली की कीमतें और अधिक मार्जिन अर्जित करने की गुंजाइश बढ़ जाती है. मछली पालन का बिजनेस काफी लाभ देता है. देश और दुनिया में मछलियों की डिमांड काफी रहती है.

मछली पालन

मछली पालन एक मांग वाला व्यवसाय है क्योंकि लोग औसतन लगभग 42 पाउंड मछली खाते हैं. साथ ही मछलियां प्रोटीन और पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं और अक्सर अधिकांश भारतीय उपभोक्ताओं के जरिए खाद्य स्रोत के रूप में इसका सेवन किया जाता है. छोटे निवेशों को देखते हुए मछली पालन पर लाभ की मात्रा बहुत बड़ी है. इसके अलावा 25000 रुपये का निवेश करके भी इस बिजनेस को शुरू किया जा सकता है और इस निवेश से 1.75 लाख रुपये से 2 लाख रुपये सालाना की कमाई की जा सकती है.

मछली का कारोबार

भारत में मछली पालन व्यवसाय शुरू करने के लिए कुछ प्रारंभिक निवेश, तकनीकी प्रशिक्षण और संसाधनों की आवश्यकता होती है. भारत में मछली पालन व्यवसाय कैसे शुरू करें, इसके लिए लगाई जाने वाली पूंजी निर्धारित की जानी चाहिए. किन मछलियों का व्यवसाय करना है उनका चयन करना चाहिए. सरकार भी मछली पालन पर सब्सिडी देती है.

सब्सिडी

ऐसे में सरकार किन मछलियों पर सब्सिडी दे रही है, इसकी जानकारी भी करनी चाहिए. साथ ही किन इलाकों में मछली की मांग ज्यादा है, उन इलाकों में मछलियों की बिक्री की व्यवस्था खोजनी चाहिए. साथ ही फिश फार्मिंग कैसे करनी चाहिए, इसकी ट्रेनिंग भी ली जानी जरूरी है, वरना मछलियां मर भी सकती है, जिससे भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है.

 

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