ई-बसों के 14 डिपो में चार्जिंग सुविधा शुरू, फास्ट चार्जर लगे होने से महज एक घंटे में बसें होंगी चार्ज

फिलहाल दिल्ली में 300 ई-बसें चल रही हैं। 1500 नई बसों के आने के बाद संख्या बढ़कर 1800 हो जाएंगी। इसके लिए 300 से अधिक फास्ट चार्जर लगाने की प्रक्रिया चल रही है।

दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए इलेक्ट्रिक बसों की संख्या में बढ़ोतरी के साथ ही डिपो में चार्जिंग स्टेशन सहित दूसरी बुनियादी सुविधाएं तैयार की जा रही हैं। सीएनजी की जगह ई-वाहनों के बढ़ते बेड़े को देखते हुए बुनियादी सुविधाएं भी और सुदृढ़ की जा रही हैं।

राजघाट, सेक्टर-37 रोहिणी और मुंडेला कलां सहित 14 बस डिपो में चार्जिंग की सुविधा शुरू कर दी गई है। फास्ट चार्जर लगे होने की वजह से डिपो में किसी भी बस को महज एक घंटे में पूरी तरह चार्ज किया जा सकेगा। फिलहाल दिल्ली में 300 ई-बसें चल रही हैं। 1500 नई बसों के आने के बाद संख्या बढ़कर 1800 हो जाएंगी। इसके लिए 300 से अधिक फास्ट चार्जर लगाने की प्रक्रिया चल रही है।
दिल्ली परिवहन निगम के बेड़े में फिलहाल 7000 से अधिक बसें चल रही हैं। इनमें सीएनजी और ई-बसें हैंं। बसों की संख्या में बढ़ोतरी होने के साथ ही यात्रियों को बसों के लिए इंतजार नहीं करना पड़े इसलिए डिपो में फास्ट चार्जर लगाए जा रहे हैं। इसके तहत डिपो में 240 किलोवाट के चार्जर लगाए जाएंगे ताकि बसें जल्द से जल्द चार्ज हो सकें।

ई बसों के पहुंचने से पहले डिपो में होगी सुविधाएं

नई बसों के आने से पहले डिपो को तैयार किया जा रहा है। नई बसों के डिपो में पहुंचने से पहले चार्जिंग और बिजली की सुविधा मुहैया की जा रही है। जैसे जैसे बसों की संख्या बढ़ेगी डिपो में भी बुनियादी सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक हमारी कोशिश है कि बसों को चार्ज करने में कम से कम वक्त लगे। डिपो के बाहर भी निजी वाहनों के लिए 2500 से अधिक चार्जर जगह जगह लगाए गए हैं। कुछ बस डिपो में निजी वाहनों के लिए भी चार्जिंग की सुविधा मुहैया की जा रही है। इसके अलावा सरकारी वाहनों और निजी ई वाहनों को प्रोत्साहित करने के लिए अपार्टमेंट, दफ्तर में भी चार्जिंग पाइंट लगाने की दिशा में पहल की गई है।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.